भोपाल। उद्योगपति कमलनाथ मुझसे नालायक कहते हैं, क्या मैं आपको नालायक लगता हूं? फिर कहते हैं शिवराज कलाकार है, एक्टिंग करता है। इससे भी मन नहीं भरा, तो अब उनकी पार्टी कह रही है कि शिवराज नंगा-भूखा है। मैं तो इसी माटी में पैदा हुआ, यहीं खेला और बड़ा हुआ, यहीं खेत जोते पर तुम कहां से आए कमलनाथ? पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से यह सवाल मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने भांडेर विधानसभा के सालोन, अंबाह विधानसभा के रछेड़ एवं सुमावली में सभाओं को संबोधित करे हुए कही। सभा को केंद्रीय मंत्री श्री नरेंद्रसिंह तोमर तथा प्रदेश के गृहमंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा ने भी संबोधित किया।
तुम उद्योगपति हो, इसीलिए गरीबों की खुशियां छीनी
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा जनता को कुचलने का काम किया है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को संबोधित करते हुए कहा कि तुम उद्योगपति हो, इसीलिए किसानों का कर्जामाफ नहीं किया, बेरोजगारों को भत्ता नहीं दिया। हम नंगे-भूखे हैं, इसलिए किसानों को जीरो प्रतिशत ब्याज पर कर्जा देना शुरू किया है। हम नंगे-भूखे हैं, इसलिए किसान सम्मान निधि में चार हजार रूपए जोड़कर देने का फैसला किया। आप उद्योगपति हैं, इसलिए बेटियों के कन्यादान के 51 हजार रुपये नहीं दिए। हम भूखे-नंगे फिर से बेटियों को कन्यादान की राशि देना शुरू कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री कमलनाथ आप बड़े आदमी हो, आपने बच्चों की फीस भरवाना बंद कर दी। हम नंगे-भूखे हैं, हमने बच्चों को फिर से लेपटॉप देना शुरू कर रहे हैं। तुम उद्योगपति हो, इसलिए बहनों को प्रसव के बाद मिलने वाले लड्डू के पैसे भी छीन लिया। कमलनाथ जी, किसी गरीब का परिवार न उजड़े इसके लिए हमारी सरकार सामान्य मौत पर दो लाख और दुर्घटना में मौत पर चार लाख रुपये देती थी, लेकिन आप उद्योगपति हैं, आपने गरीबों से उनका सहारा, उनके कफन के पैसे तक छीन लिए। तुम उद्योगपति हो, तुमने चंबल एक्सप्रेस वे का काम ठंडे बस्ते में डाल दिया था, हम नंगे-भूखे उसे फिर से शुरू कर रहे हैं।
मरी चुहिया निकली कर्जमाफी, हाथ में लेकर घूम रहे कमलनाथ
श्री चौहान ने कहा कि 15 साल बाद जब कांग्रेस की सरकार आई, तो हमने सोचा था कि ये सरकार कुछ अच्छा करेगी, वादे पूरे करेगी। लेकिन कांग्रेस ने जिस कर्जमाफी के नाम पर किसानों को धोखा दिया, वह पहाड़ नहीं, बल्कि मरी हुई चुहिया निकली और कमलनाथ उसे हाथ में लेकर घूम रहे हैं। श्री चौहान ने कहा कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने घोषणा की थी कि हमारी सरकार बनने पर सभी किसानों का दो लाख तक का कर्ज माफ होगा। लेकिन जब सरकार बनी, तो आदेश निकाला कि सिर्फ अल्पकालीन फसली ऋण ही माफ होगा। लाखों किसान कर्जमाफी से बाहर हो गए। फिर आदेश निकाला 31 मार्च 2018 तक का कर्ज माफ करेंगे, कई किसान बाहर हो गए। फिर आदेश निकाला सिर्फ कालातीत ऋण ही माफ करेगे, चालू खाते वाले हजारों किसान साफ हो गए। फिर कहने लगे जिनका एक ही बैंक में खाता है, उनका कर्जमाफ होगा। इस तरह 55 हजार की कर्जमाफी को कमलनाथ सरकार शर्तें जोड़-जोड़कर 6000 करोड़ तक ले आई और इसमें से भी आधी रकम बैंकों के सिर मढ़ दी। श्री चौहान ने कहा कि कर्जमाफी के धोखे से लाखों किसान डिफाल्टर हो गए हैं। उनके सिर पर ब्याज की गठरी चढ़ गई है। लेकिन किसान भाइयो, चिंता मत करना ब्याज की गठरी मामा उतरवाएगा।
6 महीनों में हमारी सरकार ने दिये 23 हजार करोड़
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 23 मार्च को हमारी सरकार बनी तब पता चला कि कमलनाथ सरकार ने फसल बीमा की प्रीमियम के 2200 सौ करोड़ रुपए नहीं भरे। हमने प्रीमियम भरी, जिसके बाद किसानों को 3100 करोड़ की राशि मिली। हमने वर्ष 2019 के रबी और खरीफ सीजन के बीमे के 4688 करोड रुपए 22 लाख किसानों के खाते में डलवाए। कमलनाथ सरकार ने 0 प्रतिशत ब्याज पर कर्ज की योजना बंद कर दी थी, हमने 800 करोड़ रुपए उसके भरे। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के 5340 करोड़ रुपए किसानों के खाते में डलवाए। इससे भी संतोष नहीं हुआ तो हमने 4000 रुपये प्रदेश सरकार की ओर से किसान सम्मान निधि में देने का निर्णय लिया और 3564 करोड रुपए किसानों के खाते में डालेंगे। इसके अलावा कमलनाथ सरकार के समय सोयाबीन की फसल खराब हुई थी, जिसकी राहत राशि उन्होंने अभी तक नहीं दी। इसके भी 4000 करोड़ रुपए हम किसानों के खाते में डालेंगे। श्री चौहान ने कहा कि कमलनाथ हमेशा खजाना खाली होने का रोना रोते रहते थे, लेकिन कोरोना संकट के बावजूद हमारी सरकार अब तक किसानों पर लगभग 23 हजार करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है या करेगी।
दलालों, ठेकेदारों के लिए खुले थे दिल और दफ्तर के दरवाजे
श्री चौहान ने कहा कि चंबल क्षेत्र और मध्यप्रदेश में जितना विकास भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किया है, कांग्रेस कभी नहीं कर सकी। कमलनाथ की सरकार ने प्रदेश का विकास ठप्प कर दिया। उन्होंने वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बना दिया था। उनके दरबार में विधायकों, मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों की एंट्री नहीं थी, लेकिन दलालों, ठेकेदारों के लिए उनके दिल और दफ्तर के दरवाजे हमेशा खुले रहते थे। वल्लभ भवन में दलाली और सौदेबाजी होती थी। उन्होंने कहा कि जब सिंधिया जी ने ये सब बंद करने और सरकार से अपने वादे निभाने की बात कही, तो कमलनाथ ने उन्हें सड़क पर उतरने की चुनौती दे दी। सिंधिया जी ने सरकार को ही सड़क पर उतार दिया।
विकास में कसर नहीं छोड़ेंगे, पर सरकार रहना जरूरी है
श्री चौहान ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री श्री मोदी जी एक नए भारत का निर्माण कर रहे हैं। उन्होंने कश्मीर से धारा 370 हटा दी, राम मंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है। उनके नेतृत्व में एक गौरवशाली, वैभावशाली और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण हो रहा है। हम भी मोदी जी के नए भारत के संकल्प के अनुरूप मध्यप्रदेश बनाएंगे। हमें देश के साथ प्रदेश का भी विकास करना है। हमने सरकारी भर्तियों से रोक हटा दी है। जनहित की सारी योजनाएं फिर शुरू कर रहे हैं। श्री चौहान ने कहा कि बीते 6 महीनों में विकास के जो भी काम हुए हैं, वो तो सिर्फ ट्रेलर है, असली फिल्म तो अभी बाकी है। लेकिन ये तभी होगा जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार रहेगी। भाजपा की सरकार बनी रहे और विकास करती रहे, इसके लिए पार्टी उम्मीदवारों का जीतना जरूरी है और हमारे उम्मीदवार जीतने के बाद विकास में कमी नहीं रहने देंगे, इसकी गारंटी मैं और नरेंद्रसिंह तोमर जी लेते हैं। इसलिए चुनाव में कमल का बटन दबायें, आपका हर वोट भारतीय जनता पार्टी को, आपको उम्मीदवार को और मुझे मजबूती देगा।
ये चुनाव भाजपा के साथ-साथ क्षेत्र के लिए भी महत्वपूर्ण हैं : नरेंद्रसिंह तोमर
अंबाह विधानसभा के रछेड़ एवं सुमावली की आमसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री श्री नरेंद्रसिंह तोमर ने कहा कि आज जो चुनाव हमारे सामने हैं, ये भारतीय जनता पार्टी के लिए तो महत्वपूर्ण हैं ही, चंबल क्षेत्र के लिए, यहां विकास की संभावनाओं के लिए भी बहुत महत्वूपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि 2018 में हुई एक छोटी सी चूक ने इस क्षेत्र के विकास को 15 महीने पीछे कर दिया, इसलिए ध्यान रखें अब ये चूक न हो। उन्होंने कहा कि 2018 के चुनाव सरकार बनाने के लिए थे, जबकि ये चुनाव सरकार को बनाए रखने के लिए हैं। श्री तोमर ने कहा कि शिवराज जी जब प्रतिपक्ष में रहे, तब भी इस क्षेत्र से जुड़े रहे हैं और मुख्यमंत्री बनने के बाद क्षेत्र के विकास में नए आयाम जोड़ने के प्रयास करते रहे हैं। शिवराज जी जब पहले मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर कर्ज देना शुरू किया, गेहूं और धान पर बोनस शुरू किया। इस बार जब वे मुख्यमंत्री बने हैं, तो कोरोना संकट के बीच उन्होंने किसान सम्मान निधि में 4 हजार रुपये जोड़कर किसानों को देने की घोषणा की है। अब मध्यप्रदेश के किसानों को 10 हजार रुपये हर साल सम्मान निधि मिलेगी। श्री तोमर ने कहा कि हम सभी चाहते हैं कि चंबल क्षेत्र का विकास हो, विकास की नई लहर आए, चंबल प्रोग्रेस वे बने ताकि इस क्षेत्र की तकदीर और तस्वीर बदल सके। लेकिन ये तभी संभव है, जब हर सीट पर कमल खिले और ये तभी खिलेगा जब जनता अपना आशीर्वाद पार्टी के उम्मीदवारों को देगी।
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