इंदौर। दो दिन पहले ईओडब्ल्यू (EOW) ने नगर निगम (Municipal Corporation) के भष्ट मस्टरकर्मी राजकुमार साल्वी (corrupt master worker Rajkumar Salvi) के घर छापे की कार्रवाई कर उसकी करोड़ों की संपत्ति का खुलासा किया था। बताते है कि उसकी एक साल पहले ईओडब्ल्यू (EOW) में एक व्यक्ति ने शिकायत की थी और उसे जाकर कहा था कि मैंने तेरी ईओडब्ल्यू में शिकायत प्रमाण के साथ कर दी है, अब तू नहीं बचेगा। इसके चलते वह अलर्ट हो गया था और उसने अपने बैंक खाते पत्नी और बेटे के नाम से खोली फर्म बंद कर दी थी, लेकिन ईओडब्ल्यू (EOW) ने अब नगर निगम से उसकी फर्म को सालों तक हुए भुगतान की जानकारी मांगी है।
जांच अधिकारी टीआई पाटीदार ने बताया कि एक साल पहले एक ठेकेदार से इसका विवाद हो गया था। इसके बाद उस ठेकेदार ने उसकी पूरी संपत्ति की जानकारी जुटाना शुरू किया और फिर साल्वी की शिकायत की थी, लेकिन उसने शिकायत करने के बाद उसे जाकर बता दिया था कि वह बचेगा नहीं। इसके चलते वह अलर्ट हो गया था। उसने अपने तीन खाते बंद कर दिए थे, जबकि एक खाते में जीरो बैलेंस (zero balance) कर दिया था। केवल लोन खाता चालू था। उसके अपनी पत्नी के नाम पर श्री गुरुकृपा (Shri Gurukripa) और बेटे के नाम पर निशान क्रिएशन फर्म (Nishan Creation Firm) खोल रखी थी। इसमें उसने नगर निगम ((Municipal Corporation) ) से कई ठेके लिए और लाखों कमाए। इसकी जानकारी नगर निगम ((Municipal Corporation) ) से मांगी गई है कि उसकी दोनों फर्मों को कितना काम दिया गया और कितना भुगतान हुआ है। इसके अलावा उसे सस्पेंड करने के लिए भी पत्र लिख दिया गया है।
सक्सेना के पकड़े जाने पर आफिस में पैसा रखना बंद कर दिया
ईओडब्ल्यू (EOW) की टीम को पता चला है कि साल्वी भी आफिस में लाखों रुपए रिश्वत के रखता था, लेकिन कुछ दिन पहले जब लोकायुक्त पुलिस ने जनकार्य विभाग के विजय सक्सेना (Vijay Saxena) के आफिस में छापा मारा और लाखों रुपए बरामद किए तो उसने आफिस में पैसे रखना बंद कर दिया था।
पांच लाख की एफडी मिली
ईओडब्ल्यू (EOW) ने सभी बैंकों को पत्र लिखकर उसके खाते, एफडी और लॉकर की जानकारी मांगी थी। बैंकों ने बताया कि उसका लॉकर नहीं है और या तो खाते बंद है या उसमें नाममात्र की राशि है, लेकिन उसकी एसबीआई बैंक (SBI Bank) में एक पांच लाख की एफडी की जानकारी मिली है।
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