नई दिल्ली । कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress President Mallikarjun Khadge) ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बातों को (The words of Union Home Minister Amit Shah) मैं गंभीरता से नहीं लेता (I do not take Seriously) । कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर कहा, “जब वह इस तरह की बात करते हैं तो मैं उन्हें गंभीरता से नहीं लेता… उनके कहने का मतलब यह है कि वह हमें अपमानित करने के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन पहले उन्हें अपने किए गए वादों को पूरा करना चाहिए और फिर बोलना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के दिए बयान को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटिया और शर्मनाक बताया था ।अमित शाह ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा था कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने भाषण में अपने नेताओं और अपनी पार्टी से भी ज्यादा घटिया और शर्मनाक बात कही। उन्होंने अपनी कटुता का परिचय देते हुए बेवजह पीएम मोदी को अपने निजी स्वास्थ्य मामले में घसीटा और कहा कि वे पीएम मोदी को सत्ता से हटाकर ही दम लेंगे।
शाह ने आगे कहा, इससे पता चलता है कि इन कांग्रेस के लोगों में पीएम मोदी के प्रति कितनी नफरत और डर है कि वे हर समय उनके बारे में सोचते रहते हैं। जहां तक खड़गे के स्वास्थ्य की बात है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रार्थना करते हैं, मैं प्रार्थना करता हूं और हम सभी प्रार्थना करते हैं कि वे दीर्घायु और स्वस्थ रहें। वे अनेक वर्षों तक जीवित रहें और 2047 तक विकसित भारत का निर्माण होते देखें।
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे 29 सितंबर को जम्मू-कश्मीर में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनकी तबीयत खराब हो गई। खड़गे ने कहा, मैं 83 साल का हूं, लेकिन तब तक जिंदा रहूंगा जब तक हम मोदी को हटा नहीं देते हैं। इसके बाद उन्होंने एक्स पोस्ट के जरिए प्रधानमंत्री पर कटाक्ष किया। खड़गे ने लिखा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर आकर युवाओं के भविष्य के लिए झूठे आंसू बहा रहे है। असलियत ये है कि पिछले 10 सालों में पूरे देश के युवाओं को अंधकार में धकेल दिया है। जिसके लिए वह खुद जिम्मेदार हैं। अभी बेरोज़गारी के आंकड़े आए हैं। 45 वर्षों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी मोदी की देन है।
उन्होंने केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए आगे लिखा, मोदी-शाह की सोच में रोजगार देना नहीं, सिर्फ भाषण देना, फोटो खिंचाना और फीता काटना है। जम्मू कश्मीर में सरकारी विभागों में 65 प्रतिशत पद खाली है। यहां की नौकरियां बाहरी लोगों को दी जा रही है। एम्स जम्मू में भी जम्मू के लोगों को नौकरियां नहीं मिलीं। ये जानकारी मुझे मिली है।
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