भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने कहा है कि ‘मैं आप सभी से स्वास्थ्य आग्रह (Health request) कर रहा हूँ क्योंकि कोरोना का संकट अत्यंत विकट है’। सरकार कोरोना संक्रमण रोकने एवं उपचार की श्रेष्ठतम व्यवस्था कर रही है। परंतु कोरोना संक्रमण (Corona infection) रोकने में सभी प्रदेशवासियों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। हम प्रदेश में लॉक डाउन नहीं लगाना चाहते, क्योंकि इससे लोगों का काम धंधा चौपट हो जाता है, वे बेरोजगार हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में कोरोना से बचने का एकमात्र तरीका यह है कि हर व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग हो जाए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ‘मैं आपसे आग्रह करता हूँ कि अपने, अपनों, प्रदेश तथा देश के स्वास्थ्य के लिए मास्क लगाएँ, सुरक्षित दूरी रखें, वैक्सीनेशन करवाएँ तथा कोरोना से संबंधी सभी सावधानियों का पालन करें।’
मुख्यमंत्री चौहान आज मिंटो हॉल परिसर में गांधी प्रतिमा के पास दोपहर 12 बजे से 24 घंटे के लिए ‘स्वास्थ्य आग्रह’ पर बैठे। इस दौरान उन्होंने केबिनेट के सदस्यों, सभी जिलों के मीडिया प्रतिनिधियों, जन-प्रतिनिधियों, विभिन्न सामाजिक, धार्मिक, व्यवसायिक संगठनों के प्रतिनिधियों, प्रबुद्धजनों से वर्चुअल चर्चा कर स्वास्थ्य आग्रह किया और सभी के सुझाव भी प्राप्त किये।
कोरोना संक्रमण को रोकने का व्यवहार आवश्यक (Necessary behavior to prevent corona infection)
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण ने देश, दुनिया को प्रभावित किया है। यह ऐसी बीमारी है, जिस पर केवल शासकीय प्रयासों से नियंत्रण नहीं किया जा सकता। समाज के सहयोग के बिना यह लड़ाई नहीं जीती जा सकती। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट और टीकाकरण का मंत्र दिया है। इसके साथ ही हमें कोरोना संक्रमण को रोकने का व्यवहार करना चाहिए।
समाज से नैतिक आग्रह करने के लिए मैं आज यहाँ हूँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संक्रमण रोकने के लिए समाज को जागरूक होना पड़ेगा। समाज से नैतिक आग्रह करने के लिए मैं आज यहाँ हूँ। वर्तमान में भी प्रदेश में मास्क लगाने की आदत बहुत कम है। संक्रमण रोकने के लिए हर व्यक्ति को मास्क लगाना होगा।
आत्म अनुशासन से रोकेंगे संक्रमण
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संक्रमण रोकने के लिए हम आत्म अनुशासन अपनाएँ। लोगों में ऐसा भाव विकसित करना होगा कि यदि मैं मास्क नहीं लगा रहा हूँ तो कोई अपराध कर रहा हूँ। वास्तव में यह अपराध ही है, क्योंकि मास्क नहीं लगाने से हम अपने साथ-साथ दूसरे के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करते हैं। अत: जन-जन में यह भाव विकसित करना होगा कि मैं स्वयं मास्क लगाऊँगा और लोगों से भी मास्क लगवाऊँगा।
संकल्प करें कि मैं और मेरे परिवार का हर सदस्य मास्क लगाएगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कल मैंने अपने परिवार के सदस्यों को मास्क लगाया। हम सभी संकल्प करें कि मैं मास्क लगाऊँगा और परिवार का कोई भी सदस्य बिना मास्क के घर से बाहर नहीं निकलेगा। यह स्वास्थ्य का आग्रह है। यह लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सजग और सतर्क बनाने का आग्रह है। यह आग्रह समाज से है कि वह कोरोना से पूरी तरह सतर्क होकर लड़ाई लड़ें।
मास्क अर्थात ‘मेरा आपका सुरक्षा कवच’
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेरे लिए मास्क का मतलब है एम से मेरा, ए से आपका, एस से सुरक्षा और क से कवच मतलब ‘मेरा आपका सुरक्षा कवच’। हमें यह अभियान चलाना है कि ‘मास्क नहीं तो बात नहीं’, दुकान में जाएँ और यदि मास्क न हो तो दुकानदार कह दे कि ‘मास्क नहीं तो सामान नहीं’। यह जागरूकता पैदा करने का अभियान है।
‘मैं कोरोना वॉलेंटियर’ अभियान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ‘मैं कोरोना स्वयं-सेवक’ अभियान आरंभ किया गया है। इसका अर्थ यह है कि लोग अपने आप को कोरोना वॉलेंटियर के रूप में रजिस्टर कराएँ। वे 181 पर कॉल करके और mp.mygov.in पर रजिस्टर करा सकते हैं। यह स्वयं-सेवक सरकारी व्यवस्था के अतिरिक्त वैक्सीनेशन स्वयं-सेवक और चिकित्सा सुविधा स्वयं-सेवक के रूप में अपने आप को रजिस्टर करा सकते हैं। इसके साथ ही मास्क जागरूकता स्वयं-सेवक मास्क लगाने के लिए रोकने-टोकने, प्रेरित करने, आग्रह करने और मास्क उपलब्ध कराने का कार्य करेंगे।
कोरोना के विरूद्ध एक है मानवता
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जब मानवता पर संकट होता है तब बिना किसी मतभेद के सम्पूर्ण मानवता एक होती है। कोई राजनैतिक दल नहीं, कोई जाति नहीं, कोई धर्म नहीं। मैं सभी भाइयो-बहनो से अपील करता हूँ कि कोरोना संक्रमण को रोकने के इस प्रयास में आप सब सहभागी बनें ताकि मिलकर हम इस संक्रमण रोक पाएं।
मंत्रि-परिषद के सदस्यों से चर्चा की
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रि-परिषद के सदस्यों से चर्चा की तथा उनके सुझाव प्राप्त किए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मंत्रियों को विभिन्न जिलों में कोरोना संक्रमण के प्रयासों की समीक्षा का दायित्व सौंपा जा रहा है। मंत्रियों द्वारा प्राप्त सुझावों पर अमल किया जायेगा।
मंत्रियों ने की जागरूकता अभियान की सराहना
केबिनेट की वर्चुअल बैठक में विभिन्न जिलों में उपस्थित मंत्रियों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा कोरोना संक्रमण के प्रति आम लोगों को जागरूक बनाने के अभियान की सराहना की। मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, श्री कमल पटेल, श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, श्री इंदर सिंह प्रजापति और डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि जन-जागरण अभियान से कोरोना संक्रमण की रफ्तार को रोकने में मदद मिलेगी। मंत्रियों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान के अभियान का समर्थन करते हुए अपनी ओर से पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। मंत्री श्री ओ.पी.एस. भदौरिया ने कहा कि भिंड में बहुत कम मामले कोरोना के सामने आए हैं। वर्तमान में सिर्फ 21 पॉजिटिव प्रकरण हैं। सार्थक प्रयासों से जन-जागृति बढ़ रही है। जिले में 120 रोगियों के लिए उपलब्ध हैं। आम नागरिक मास्क का उपयोग भी कर रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी कर रहे हैं। मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगाँव ने कहा कि जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कोई व्यक्ति नहीं कर सकता, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को मास्क अनिवार्य रूप से लगाना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा जन-जागरूकता अभियान का संचालन और नेतृत्व प्रशंसनीय है। जन सहयोग से ही इस संक्रमण को रोका जा सकेगा। बैठक में मंत्रियों द्वारा महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए।
विभिन्न संगठनों ने अभियान की सराहना की व पूरा समर्थन दिया
मुख्यमंत्री श्री चौहान से विभिन्न संगठनों ने मिंटो हॉल परिसर पहुँचकर भेंट की। संगठनों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा प्रारंभ जन जागरूकता अभियान की सराहना की और अपना पूरा समर्थन दिया। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, इंडियन सोसायटी ऑफ पीडियाट्रिक्स, न्यू मार्केट व्यापारी संघ, मंत्रालयीन कर्मचारी संघ, फार्मासिस्ट एसोसिएशन, नर्सिंग होम एसोसिएशन, भारत स्वाभिमान न्यास, पातंजलि योग पीठ, इंडियन योगा एसोसीएशन, दाल-चावल व्यापारी संघ, भोपाल आटोमोबाइल एसोसिएशन, म.प्र. बार कोंसिल, क्रेडाई भोपाल, 10 नं. मार्केट व्यापारी संघ, स्काउट एवं गाइडस, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, आदि ने प्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री श्री चौहान ने चर्चा कर स्वास्थ्य आग्रह किया। सभी ने जन-जागरूकता अभियान में अपना पूरा-पूरा सहयोग देने का वादा किया।
विभिन्न जिलों के प्रबुद्धजनों, समाजसेवियों से चर्चा की
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वास्थ्य आग्रह में वीडियो कॉफ्रेंस द्वारा विभिन्न जिलों के प्रबुद्धजनों और समाज सेवियों से चर्चा की। खजुराहो सांसद श्री बी.डी. शर्मा और गायत्री परिवार के सदस्यों ने अपने सुझाव रखे। इस वार्तालाप में कोरोना संक्रमण की रोकथाम में लिए कई महत्वपूर्ण और उपयोगी सुझाव प्राप्त हुए। भोपाल की आवाज संस्था की सुश्री रोली शिवहरे, न्यू मार्केट व्यापारी संघ के अध्यक्ष श्री सतीष गंगराड़े, विदिशा के उद्यमी श्री मित्तल, विदिशा के सामाजिक कार्यकर्ता श्री श्रवण व्यास, स्वामी विवेकानन्द विश्वविद्यालय, सागर के कुलपति डॉ. अरविंद तिवारी, सागर ट्रक एसोसिएशन तथा सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व कर रहे श्री प्रबिंदर सिंह दुग्गल, छतरपुर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सुभाष चौबे. होशंगाबाद के डॉ. श्री अतुल सेठा, इंदौर के डॉ. भंडारी, खरगोन के श्री कल्याण अग्रवाल, झाबुआ के श्री मनोज अरोड़ा, रतलाम के श्री एम.के. जैन, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर के श्री कपिलदेव मिश्रा, छिंदवाड़ा के समाज सेवक श्री भारत भूषण निवनानी, रोटरी क्लब मंडला के श्री संजय तिवारी, ऑटो वाहन संघ शहडोल के श्री मनोज गुप्ता, उमरिया के समाज सेवक श्री राकेश शर्मा आदि से चर्चा की तथा स्वास्थ्य आग्रह किया। सभी ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को आश्वस्त किया कि वे इस अभियान में पूरा-पूरा सहयोग करेंगे।
सभी जिलों के पत्रकारों से किया संवाद
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के पत्रकारों से संवाद किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि समाज को जागरूक करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जन-जागृति को इस स्तर पर ले जाना आवश्यक है, कि हम व्यक्ति कोरोना के अनुकूल व्यवहार करने के लिए स्वयं ही प्रेरित हों। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मीडिया प्रतिनिधियों से हर संभव सहयोग की अपील की।
चर्चा के दौरान प्राप्त प्रमुख सुझाव
जन-जागरूकता के लिए पेड वॉलिंटियर्स भी रखे जाएँ।
सायं 6 बजे दुकान बंद कर दी जाएँ।
50% क्षमता के साथ शादी विवाह आदि समारोह आयोजित करने की अनुमति दी जाए।
लॉकडाउन न लगाया जाए, जन-जागरूकता के माध्यम से ही कोरोना नियंत्रण किया जाए।
बच्चे बड़ों को मास्क लगाने, सुरक्षित दूरी रखने तथा वैक्सीनेशन आदि के लिए प्रेरित करें।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए योग एवं प्राणायाम का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार
किया जाए।
जहाँ 1 दिन की जगह 2 दिन लॉकडाउन लगाने की आवश्यकता है वहाँ 2 दिन लॉकडाउन
किया जाए।
स्व-सहायता समूह की महिलाओं एवं विद्यार्थियों को वॉलिंटियर्स के रूप में जोड़ा जाए।
लोगों को कोरोना के संबंध में डूज़ एंड डोंट्स की जानकारी दी जाए।
नगरीय क्षेत्रों में मशीन से फॉगिंग कराई जाए।
बाहर से आने वाले लोगों की सघन चेकिंग की जाए।
मास्क एवं सैनिटाइजर का गुणवत्ता नियंत्रण किया जाए।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी सघन जन जागरूकता अभियान चलाया जाए।
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