नई दिल्ली। कल्पना करिए कि आप एक ऐसी कार चला रहे हैं, जो पानी से चलती है और वह काले धुएं की जगह गाड़ी से केवल पानी ही उत्सर्जित (एमिशन) होता है। यह कुछ सालों तक किसी साइंस फिक्शन जैसा लगता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। जी हां, क्योंकि हाइड्रोजन कारें (Hydrogen Car) मार्केट में आ चुकी हैं और यह आने वाले फ्यूचर में क्रांति लाने के लिए तैयार हैं। हाइड्रोजन कारें ऐसी गाड़ियां हैं, जो हाइड्रोजन (H2) को ईंधन के रूप में इस्तेमाल करती हैं। ये गाड़ियां हाइड्रोजन (H2) और ऑक्सीजन (O) द्वारा फ्यूल सेल डिवाइस के माध्यम से बिजली पैदा करती हैं, जिस एनर्जी से गाड़ियां दौड़ने लगती हैं।
आज के समय में जब पर्यावरण प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन चुकी है, ऐसे में हाइड्रोजन कारें (Hydrogen Car) एक नई उम्मीद बनकर उभरी हैं। ये वाहन पेट्रोल-डीजल इंजन और बैटरी-इलेक्ट्रिक कारों का एक स्थायी विकल्प प्रदान करती हैं। आइए, समझते हैं कि हाइड्रोजन कारें क्या हैं, कैसे काम करती हैं और भारत में इनका भविष्य क्या है?
हाइड्रोजन कार क्या है?
हाइड्रोजन कारों को फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक वाहन (FCEV) भी कहा जाता है। हाइड्रोजन कारें हाइड्रोजन गैस का इस्तेमाल एनर्जी जेनरेट करने के लिए करती हैं। इन कारों में एक फ्यूल सेल स्टैक होता है, जो हाइड्रोजन और ऑक्सीजन को मिलाकर बिजली बनाता है। इस प्रॉसेस के दौरान केवल जल वाष्प का उत्सर्जन होता है, जिससे यह वाहन पर्यावरण के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है।
हाइड्रोजन कार का कॉन्सेप्ट
भारत में हाइड्रोजन कारों का करंट स्टेटस?
भारत में हाइड्रोजन कार का सफर 2000 के दशक में शुरू हुआ था। भारतीय ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) और महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) ने मिलकर एक हाइड्रोजन-पावर्ड 3-व्हीलर तैयार किया है, तब से अब तक कुछ प्रगति हुई है, लेकिन यह सफर अभी लंबा है।
महिंद्रा का हाइड्रोजन-पावर्ड 3-व्हीलर
टोयोटा की हाइड्रोजन कार
2023 में भारत सरकार ने टोयोटा के सहयोग से एक पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया गया। इसमें टोयोटा मिराय (Toyota Mirai) हाइड्रोजन कार को भारतीय सड़कों और अलग-अलग जलवायु में टेस्ट किया जा रहा है।
टोयोटा मिराय हाइड्रोजन कार
हुंडई की हाइड्रोजन कार
इसके अलावा Hyundai 2024 तक भारत में अपनी हाइड्रोजन कार Nexo लॉन्च करने की योजना बना रही है। यह कार 609 किमी. तक की रेंज देती है और इसे सिर्फ 5 मिनट में रीफ्यूल किया जा सकता है।
हुंडई नेक्सो हाइड्रोजन कार
BMW की हाइड्रोजन कार
BMW की iX5 कार कंपनी की एक कॉन्सेप्ट कार है। अभी यह पायलेट प्रोजेक्ट है। अभी यह खरीद के लिए उपलब्ध नहीं है।
BMW iX5 हाइड्रोजन कॉन्सेप्ट कार
हाइड्रोजन कार के फायदे
जीरो एमिशन: हाइड्रोजन कार चलते समय धुआं या कोई हानिकारक गैस नहीं निकलती है।
शानदार माइलेज: ये गाड़ियां एक बार के रीफ्यूल में सैकड़ों किलोमीटर तक चल सकती हैं।
फॉसिल फ्यूल से मुक्ति: हाइड्रोजन कारें पेट्रोल और डीजल जैसे फ्यूल पर हमारी निर्भरता को कम कर सकती हैं।
प्रदूषण में कमी: इनके चलते वायु प्रदूषण में कमी आएगी।
चुनौतियां क्या हैं?
इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी: भारत में हाइड्रोजन रीफ्यूलिंग स्टेशनों की संख्या बहुत कम है।
हाई प्रोडक्शन कॉस्ट: हाइड्रोजन को बड़े पैमाने पर उत्पादन करने के लिए टेक्नोलॉजी और सुविधाएं विकसित करने की जरूरत है।
सुरक्षा: हाइड्रोजन गैस अत्यधिक ज्वलनशील होती है और इसके परिवहन में अतिरिक्त सावधानी की आवश्यकता होती है।
जन जागरूकता: लोग अभी भी हाइड्रोजन कारों की खूबियों और उनकी उपयोगिता के बारे में बहुत कम जानते हैं।
हुंडई हाइड्रोजन कार का कॉन्सेप्ट मॉडल
हाइड्रोजन, ईवी और पेट्रोल कारों का रनिंग कॉस्ट
हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक कार जीरो-एमिशन गाड़ियां हैं। इनकी रनिंग कॉस्ट भी कम है। हाइड्रोजन कार की औसत खर्च 4 रुपये/किमी. है, जबकि इलेक्ट्रिक कारों से चलने का खर्च 0.80/किमी. और पेट्रोल कार से चलने की लागत 8 रुपये से 10 रुपये/किमी. है।
2- हाइड्रोजन कार का माइलेज क्या है?
हाइड्रोजन कार एक किलोग्राम हाइड्रोजन पर लगभग 250 किमी. चल सकती है।
3-क्या हाइड्रोजन पेट्रोल से सस्ता है?
हां, हाइड्रोजन की रनिंग कॉस्ट पेट्रोल और डीजल से कम है।
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