हैदराबाद: हैदराबाद (Hyderabad) में नसबंदी (Sterilization) कराने के बाद 4 महिलाओं की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक इन चारों महिलाओं की मौत नसबंदी की सर्जरी (surgery) के बाद हुई जटिलताओं के चलते हुई. रिपोर्ट के मुताबिक इन चारों महिलाओं ने सामुहिक नसबंदी कैंप में ये सर्जरी करवाई थी. मृतक महिलाओं की पहचान 26 वर्षीय मायलाराम सुषमा, 25 वर्षीय एन ममता, 26 साल की मोमिता और 27 साल की अवुथाराम लावण्या के रूप में हुई है.
दरअसल 25 अगस्त को हैदराबाद के बाहरी इलाके में इब्राहिमपट्टनम में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (community health center) में सामुहिक नसबंदी कैंप लगाया था. इसमें कुल 34 महिलाओं की नसबंदी की गई थी. सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक जी श्रीनिवास राव ने संवाददाताओं से कहा, बाकी महिलाओं की हालत स्थिर है. उनमें से सात को बेहतर इलाज के लिए हैदराबाद ट्रांसफर कर दिया गया है. राव ने बताया, जिन चार महिलाओं की मौत हुई है उनमें ममता की रविवार रात को मौत हो गई जबकि सुषमा ने सोमवार को दम तोड़ दिया. राव ने कहा, बाकी दो की मंगलवार सुबह जटिलताओं के कारण मौत हो गई.
उन्होंने बताया कि इब्राहिमपट्टनम सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक को आजीवन निलंबन के तहत रखा गया है, जबकि सर्जरी कराने वाले डॉक्टरों को सस्पेंड कर दिया गया है. तेलंगाना सरकार ने कथित असफल सर्जरी की जांच करने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया. उन्होंने कहा कि दोषी साबित होने पर डॉक्टरों के लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे.
राव ने कहा कि इस तरह के नसबंदी शिविर हर महीने तेलंगाना में नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं. अनुभवी डॉक्टर डबल-पंचर लैप्रोस्कोपी (डीपीएल), ट्यूबेक्टोमी और पुरुष नसबंदी सर्जरी करते हैं. ऐसी घटनाएं बहुत कम होती हैं. हम इस बात की जांच करेंगे कि महिलाओं में सर्जरी के बाद ऐसी जटिलताएं कैसे हुई. इससे पहले उन्होंने कहा था कि डीपीएल नसबंदी सर्जरी कराने वाली 34 महिलाओं में से चार ने की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
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