इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) के महू में प्लाईवुड कारोबारी के बेटे ने अपनी पत्नी से दूर रहने के लिए कोरोना की फर्जी रिपोर्ट बना ली. यही नहीं, कोरोना की फर्जी पॉजिटिव रिपोर्ट (Fake Corona Positive Report) तैयार कर उसने पत्नी को भेज दी और कह दिया कि वो कोविड सेंटर में भर्ती है. वहीं, एक महीने से ज्यादा समय होने के बाद जब वो घर नहीं लौटा तो पत्नी को शक हुआ. इसके बाद उसने अपने पिता को रिपोर्ट की जांच के लिए भेजा. दामाद की रिपोर्ट के बारे में लैब से तहकीकात की तो पता चला कि रिपोर्ट ही फर्जी है. अब लैब ने कारोबारी के बेटे पर एफआईआर (FIR) दर्ज कराई है. वहीं, आरोपी फिलहाल फरार है.
ये मामला छोटी ग्वालटोली थाने के पास सेन्ट्रल लैब का है. इंदौर एएसपी जयवीर सिंह भदौरिया के मुताबिक, इसी साल फरवरी में प्लाईवुड कारोबारी के बेटे एजाज अहमद की शादी हुई थी. बताया गया है कि उसकी शारीरिक कमजोरी के कारण दोनों का वैवाहिक जीवन तनावपूर्ण चल रहा था. इसी वजह से उसकी पत्नी से अनबन होने लगी तो वो पत्नी से दूर रहना चाह रहा था. उसने 25 मई को एक फोटोशॉप एप डाउनलोड की और इंदौर के सेंट्रल लैब के एक पीड़ित व्यक्ति की कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट को अपने नाम से बदल कर परिवार को दिखा दिया. इससे कोरोना पॉजिटिव मानकर पत्नी और परिवार वाले उससे दूर हो गए.
ये खुली एजाज की पोल
जब एजाज की पत्नी को शक हुआ कि वे घर पर ठीक थे और कोरोना के कोई लक्षण भी नहीं थे. एक महीने से ज्यादा समय बीतने के बाद पत्नी ने अपने पिता को इस रिपोर्ट की जांच करने को कहा. इसके बाद लड़की के पिता ने तत्काल सेंट्रल लैब की वेबसाइट से उसका टोल फ्री नंबर तलाशा और लैब द्वारा एसआरएफ आईडी नंबर चेक कराया. लैब की तरफ से बताया कि कोविड रिपोर्ट के साथ छेड़छाड़ कर मरीज के नाम की जगह एजाज ने अपना नाम एडिट किया है. वहीं, रिपोर्ट की कॉपी आने पर सेंट्रल लैब की संचालिका विनीता कोठारी ने थाने में शिकायत की है. इस पर पुलिस ने एजाज के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है.
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