-पंकज अरोरा ने बताया, सिंगल पीस गोल्ड आइटम पर एचयूआईडी की मिली अनुमति
नई दिल्ली। स्वर्ण आभूषणों पर अनिवार्य हॉलमार्किंग की समस्या (problem of mandatory hallmarking on gold jewelery) को लेकर केंद्रीय वाणिज्य, उपभोक्ता मामले, खादय और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) के साथ आयोजित बैठक संपन्न हुई। रिटेल ज्वैलरी कारोबार के शीर्ष संगठन ऑल इंडिया ज्वैलर्स एवं गोल्डस्मिथ फेडरेशन (एआईजेजीएफ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अरोरा ने बताया कि नई दिल्ली स्थित मानक भवन में आयोजित सर्राफा संगठनों की समस्याओं को लेकर हुई बैठक में ग्राहकों के उनके पसंद के अनुरूप के आभूषण या ग्रह रत्न जड़ित आइटम के सिंगल पीस का एचयूआईडी की अनुमति देने की मांग को पीयूष गोयल ने स्वीकार कर लिया। इसके साथ ही गोयल ने बीआईएस को आदेश जारी करने का निर्देश भी दिया।
सरार्फा संगठनों के साथ हुई इस बैठक में हॉलमार्किंग सेंटर द्वारा किसी भूल को सुधार के लिए एडिट ऑप्शन देने समेत अन्य कई मुद्दों पर चर्चा हुई। गोयल ने कहा कि एचयूआईडी (हॉलमार्क विशिष्ट पहचान संख्या) पाने के लिए पहले आओ और पहले पाओ के आधार पर निपटारा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिर्फ बड़े ज्वैलर्स को ही एचयूआईडी की प्राथमिकता देने की जगह छोटे ज्वैलर्स जो एक से लेकर 10 की संख्या में स्वर्ण आभूषण लेकर आते हैं उन्हें भी मौका मिलना चाहिए।
अनिवार्य हॉलमार्किंग की समस्याओं को सुलझाने हेतु आयोजित इस बैठक में उपभोक्ता मंत्रालय के मंत्री पीयूष गोयल, भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी, उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव निधि खरे, एक्सपर्ट कमिटी एवं एडवाइजरी कमिटी के सदस्यों और अन्य अधिकारियों शामिल हुए। (एजेंसी, हि.स.)
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