नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भाजपा प्रचंड बहुमत (BJP thumping majority) के साथ फिर से सत्ता पर काबिज होने को तैयार है। इस बार के चुनाव में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party’s performance improved) का प्रदर्शन सुधरा है तो कांग्रेस (Congress ranks third in UP) यूपी में तीसरे नंबर की पार्टी बन गई है। प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के दो विधायकों ने जीत दर्ज की है। वहीं बसपा ने एक विधानसभा सीट जीती है, इसी के साथ कभी पहले नंबर पर रहने वाली मायावती की पार्टी (Mayawati’s party is now fourth in UP) यूपी में अब चौथे नंबर की पार्टी बन गई है।
बसपा के उमाशंकर सिंह ने बचाई लाज
इस बार के चुनाव में सत्ता में वापसी का दावा कर रही बसपा को अपनी सीटें बचाना भारी पड़ गया। बसपा से उमाशंकर सिंह ने बलिया जिले की रसड़ा सीट पर जीत दर्ज करके पार्टी की लाज बचा दी। उमाशंकर सिंह को कुल 87089 मत हासिल हुए हैं। उमाशंकर सिंह 2022 में तीसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। इस बार उमाशंकर एकमात्र विधायक हैं जो बसपा की तरफ से विधानसभा में मोर्चा संभालेंगे।
नहीं चला मायावती का ब्राह्मण फैक्टर
इस बार यूपी में सत्ता में वापस आने के लिए मायावती और बसपा महासचिव सतीश मिश्रा ने ब्राह्मण पर दांव चला था। उन्होंने ब्राह्मण को लुभाने की पुरजोर कोशिश की, कई जगह सम्मेलन भी किए लेकिन इसका कहीं भी कोई फायदा नहीं मिला।
कांग्रेस के दो विधायकों ने मारी बाजी
प्रतापगढ़ जिले की रामपुर खास से कांग्रेस की आराधना मिश्रा ने जीत हासिल की है। उन्होंने यहां भाजपा के नागेश प्रताप सिंह उर्फ छोटे सरकार को हराया है। मुपर खास कांग्रेस का गढ़ रही है। आराधना मिश्रा का परिवार यहां से जीतता रहा है।
वहीं महाराजगंज जिले की फरेंदा सीट पर कांग्रेस और भाजपा की कड़ी टक्कर रही। फरेंदा सीट पर पर कांग्रेस के वीरेंद्र चौधरी ने अपना परचम लहरा दिया। इन्होंने यहा भाजपा के बजरंग बहादुर सिंह को 2000 वोटों से हराया। इससे पहले यह सीट भाजपा की थी।
सपा ने जीतीं 125 सीटें
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा गठबंधन ने 273 सीटों पर जीत हासिल करते हुए सत्ता पर फिर कब्जा कर लिया है। वहीं, सपा गठबंधन को सिर्फ 125 सीटों पर जीत मिली है।
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