इंदौर (Indore)। सिंगापुर टाउनशिप (Singapore Township) और उसके आसपास की 15-20 रहवासी कॉलोनियों (colonies) के लिए बनने वाले रेल ओवरब्रिज पर अभी से संकट के बादल छाने लगे हैं। पीडब्ल्यूडी ने सर्वे तो कर लिया है, जिसमें ब्रिज की दोनों भुजाओं को बनाने से पहले छोटी-बड़ी 20 से ज्यादा बाधाएं हटाना पड़ेंगी। ऐसे में अफसरों को यह काम संभव नहीं दिख रहा है। हालांकि, इस हफ्ते रिपोर्ट बनाकर सरकार को भेज दी जाएगी।
फरवरी में आए प्रदेश के बजट में 41 करोड़ रुपए की लागत वाले इस रेल ओवरब्रिज को मंजूरी मिली थी। इसमें प्रभावितों को मुआवजा राशि देने का भी प्रावधान किया गया है। इतना ही नहीं पीडब्ल्यूडी मुख्यालय ने स्थानीय इकाई को ताबड़तोड़ 25 मार्च तक सर्वे पूरा कर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) भेजने को भी कहा था। हालांकि, अब तक भी यह रिपोर्ट नहीं भेजी जा सकी है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ब्रिज निर्माण में दो बड़ी आवासीय इमारतों का बड़ा हिस्सा टूटेगा। टूटने के बाद वे किसी काम की नहीं रह जाएंगी। इसके अलावा कई दुकानें भी बाधक हैं, जिन्हें तोडऩा पड़ेगा।
इतने पक्के निर्माण तोड़ेंगे, तो स्वाभाविक रूप से लोगों के विरोध का सामना भी करना पड़ेगा। मौके की स्थिति वैसी दिख नहीं रही है, जैसी ब्रिज निर्माण के लिए चाहिए। इसीलिए प्रोजेक्ट में काम करना बेहद कठिन है। स्थानीय इकाई ने पीडब्ल्यूडी मुख्यालय को इन सब दिक्कतों से अवगत करा दिया है। हालांकि, सर्वे कर बाधाओं पर निशान लगाकर उन्हें चिह्नित कर लिया गया है, लेकिन अधिकारी इतनी झंझटें देखते हुए ब्रिज निर्माण के पक्ष में नहीं दिख रहे हैं। सर्वे के दौरान भी अपने निर्माण टूटते देख लोग चिंतित होने लगे थे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि क्या कुछ लोग ब्रिज के लिए अपने निर्माण तोडऩे को तैयार होंगे, यह बड़ा सवाल है। यदि जनप्रतिनिधि लोगों को तैयार कर लें, तो निर्माण संभव है, लेकिन मौजूदा स्थिति में ब्रिज निर्माण बहुत चुनौतीपूर्ण लग रहा है।
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