जबलपुर। शहर के मुख्य सड़कें अब अंतिम सांसे लेने लगी हैं। जगह-जगह बन रहे गड्ढ़ों से राहगीर परेशान हैं। आये दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। लेकिन प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। शहर की ऐसा कोई सड़क मार्ग नहीं बचा है जहां की सड़के जर्जर अवस्था में न हो। इस बीच जिले भर में शारदेय नवरात्र पर्व आज से शुरू हो गया है। दूर दराज से आये लोगों का संस्कारधानी से देवी प्रतिमाएं बनवाकर ले जाने का दौर भी शुरू हो गया है। प्रतिमाओं को जोखिम में डालकर ले जाने वालों का कहना है कि रिस्क उठाकर ले जाना मजबूरी है। बड़े वाहन तो लाये हैं लेकिन सड़के इतनी खराब है कि मूर्ति खंडित होने का डर है। स्टेशन तक ले जाने में भी डर लगता है।
कुछ ही सालों में उखड़ रही
शहर की कुछ सड़कें ऐसी हैं जिनकों बने अभी कुछ ही साल हुये हैं। लेकिन अब उनके धुर्रे उडऩे लगे हैं। घमापुर से मदार टेकरी रोड, कांचघर रोड हाल ही बनाई गई हैं, लेकिन कुछ ही सालों में इनकी हालत दयनीय हो गई व उखडऩे लगी है। जिससे साफ जाहिर है कि सड़क निर्माण में अधिकारियों और ठेकेदारों ने जमकर काला पीला किया है। फिलहाल आलम यह है कि खानापूर्ति के लिये गड्ढ़ों में थिगड़े लगाये जा रहे हैं।
सड़क हादसे बढ़े
इन खराब सड़कों और बेतरतीब यातायात के कारण शहर में सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ भी बढ़ा है। हादसों के बाद पुलिस ने भी अभी ड्यूटी की और किनारे हो गई। लेकिन जिम्मेदार अपनी ड्यूटी कब करेंगे ये समझ के परे है। यातायात दुरूस्त करने के लिये सिग्रल लगाये, पुलिस तैनात की, सारे हथकंडे अपना लिये लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
इन्हीं सड़कों पर निकलेगा दशहरा
संस्कारधानी की आस्था का प्रतीक नवरात्र भी प्रारंभ हो गया है। कुछ ही दिनों में शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में दशहरा चल समारोह भी निकाला जायेगा। जिसमें शहर के दिग्गज नेता, जनप्रतिनिधि, अधिकारी, युवा नेता सभी शाामिल होंगे, लेकिन खराब सड़कें किसी को नहीं दिखेंगी। प्रशासन ने भी सिर्फ साफ-सफाई पर ध्यान दिया। त्योहारों के देखते हुये प्रशासन व पुलिस विभाग शांति समिति की बैठकें आयोजित कर रहा है। लेकिन सड़कों के सुधारकार्य या मरम्मत के लिये अभी तक कोई बैठकें नहीं हुई। न ही इस विषय पर किसी भी बैठक में चर्चा हुई।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved