निगम मार्केट विभाग ने जारी किया पत्र
निगम ने 2012 के बाद से अनुमतियां देना बंद कर रखी हैं, फिर भी सैकड़ों सांची पाइंट लग गए
इन्दौर। हर प्रमुख चौराहों और गली-मोहल्लों से लेकर फुटपाथों पर बीते कुछ सालों में बड़ी संख्या में सांची पाइंट (Sanchi Point) बिना अनुमति के ही लग गए। इस पूरे मामले में सबसे खास बात यह है कि नगर निगम (Indore Nagar Nigam) के पास भी इसका रिकार्ड नहीं है। निगम का कहना है कि वर्ष 2012 से नई अनुमतियां देना बंद कर दी गई थीं, लेकिन फिर शहर में बीते सालों में सांची पाइंट ((Sanchi Point) ) की बाढ़ आ गई। अब निगम ने सांची दुग्ध संघ को पत्र लिखकर शहर में वैध सांची पाइंटों की जानकारी मांगी है।
सांची पाइंट (Sanchi Point) के लिए सबसे पहले सांची दुग्ध संघ मांगलिया से अनुमति लेने के बाद यातायात पुलिस, प्रशासन, नगर निगम और कुछ अन्य विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर आवेदन दिए जाते थे। इस मामले में यातायात पुलिस के साथ-साथ निगम और दुग्ध संघ के अधिकारी मौके का निरीक्षण करने के बाद ही वहां सांची पाइंट की अनुमति देते रहे हैं, लेकिन इस प्रक्रिया को बीते दस-पंद्रह सालों में दरकिनार कर शहर में धड़ल्ले से सांची पाइंट लगाए जा रहे हैं। मध्य क्षेत्र से लेकर पलासिया, रीगल और अन्य व्यस्त क्षेत्रों में सांची पाइंट धड़ल्ले से लगाए गए, लेकिन न तो निगम अफसरों को और न ही संबंधित अन्य विभागों को जांच के लिए समय मिला।
दूध बेचने के नाम पर खोल लेते हैं किराने की दुकान
पहले सांची पाइंट को लेकर कई मापदंड और नियम बनाए गए, जिसकी आज के दौर में धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। पहले दुग्ध संघ के प्रोडक्ट ही पार्लर और सांची पाइंट पर बेचे जाते थे, लेकिन अब दुग्ध संघ के प्रोडक्ट तो दूर पूरी किनारे की दुकानें ही इसकी आड़ में खोल ली जाती हैं। दुग्ध संघ के अधिकारी भी इस मामले में कोई छानबीन नहीं करते और नगर निगम के अधिकारी भी रिकार्ड नहीं होने का बहाना कर पल्ला झाड़ लेते हैं।
शिफ्टिंग के नाम पर हुए कई बड़े खेल
कई जगह सांची पाइंट की नियम-कायदों को दरकिनार धड़ाधड़ अनुमतियां दी गईं और कई जगह निगम और अन्य विभाग से शिफ्टिंग के नाम पर मनचाहे स्थानों पर सांची पाइंट लगा लिए गए। इनमें कई प्रमुख क्षेत्र विजयनगर, नाथ मंदिर चौराहा, पलासिया, रीगल, भंवरकुआं, टावर चौराहा से लेकर मध्य क्षेत्र के कई बाजार शामिल हैं, जहां सांची पाइंट नियम-कायदों के विरुद्ध चल रहे हैं।
हजारों सांची पाइंट शहर में, निगम के पास रिकार्ड नहीं
नगर निगम मार्केट विभाग के अफसरों के मुताबिक वर्षों पहले 250 के आसपास सांची पाइंट का रिकार्ड था, लेकिन अब वह भी नहीं मिल रहा है, जबकि शहरभर में हजारों सांची पाइंट लगे हैं और इनमें से कई जगह किराने की दुकानें खुल गई हैं। इसी के चलते नगर निगम मार्केट विभाग ने मांगलिया दुग्ध संघ को पत्र जारी कर जानकारी मांगी है कि शहरभर में कितने सांची पाइंट स्वीकृत हैं और इनमें से कितने बंद हो चुके हैं अथवा अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं। निगम अफसरों का कहना है कि चार से पांच दिन पहले जारी किए गए लेटर के जवाब का इंतजार है। उसके बाद ही अवैध सांची पाइंटों के मामले में अब आला अधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर कार्रवाई का अभियान शुरू किया जाएगा।
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