उज्जैन। आगर रोड की सड़क खिलचीपुर से लेकर जैथल तथा यहां से घोंसला तक के 8 किलोमीटर लंबे मार्ग पर पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो गई है। इस दायरे में अनगिनत छोटे गड्ढे तो है ही इनके अलावा 50 बड़े गड्ढे भी हैं जो बड़े वाहनों को अनियंत्रित कर रहे हैं। आगर रोड का यह हिस्सा हादसों की सड़क बन गया है। हाल ही में यहां 24 वर्षीय युवक की फिर जान चली गई। विधायक के धरने प्रदर्शन के बाद यहां से गड्ढों में गिट्टी और बोल्डर डाले गए हैं, इससे दोपहिया वाहन चालक गिरकर घायल हो रहे हैं। आगर रोड पर खराब सड़क की समस्या इसके फोरलेन में तब्दील होने से पहले से ही बनी हुई है। फोरलेन बनने के बावजूद आगर रोड पर खिलचीपुर नाले से लेकर जैथल तक तथा इसके आगे घोंसला तक की करीब 8 किलोमीटर लंबी सड़क सिंहस्थ बाद से ही जानलेवा साबित हो रही है। इस क्षेत्र को एमपीआरडीसी भी हादसों के मान से ब्लैक स्पॉट घोषित कर चुकी है।
मेडिकल के विद्यार्थी भी चोटिल हो रहे हैं
जानलेवा हादसे के बाद संबंधित विभाग की ओर से दुर्घटना स्थल पर गड्ढे में हर बार मुरम और गिट्टी के बड़े पत्थर डाल दिए जाते हैं। इसका शिकार दो पहिया वाहन चालक होते रहते हैं। कई बार तेज गति से वाहन इन पर से गुजरते हैं तो यह बोल्डर उछलकर लोगों को लगते हैं। कल आगर रोड पर इसी के कारण एक वृद्ध ग्रामीण घायल हो गए थे। मापदंड के विपरित गड्ढों के भराव के कारण दो पहिया वाहन से आने-जाने वाले मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट भी इनके कारण रोज फिसल कर गिर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि क्षेत्र के विधायक रामलाल मालवीय इस सड़क की मरम्मत के लिए कई बार धरना प्रदर्शन एवं रैली निकालकर विरोध जता चुके हैं, लेकिन हादसों वाली यह सड़क अभी भी नहीं सुधरी है।
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