मुंबई। इंट्रोवर्ट पर्सनैलिटी (introvert personality) का एक टाइप (type) होता है जिसके बारे में लोगों को कई गलतफहमियां (misunderstandings) होती हैं। इंट्रोवर्ट (introvert) या अंतर्मुखी होने का मतलब ये नहीं कि आपको लोगों से मिलने पर बेचैनी होती है या आप बेहद शर्मीले हैं। इंट्रोवर्ट (introvert) उन्हें कहते हैं जो अपने मन में चल रहे विचारों पर ज्यादा फोकस करते हैं बजाय बाहर से प्रभावित होने के। ऐसे लोग 2-3 लोगों के साथ मजे कर लेते हैं बजाय भीड़ के। इंट्रोवर्ट (introvert)शब्द आते ही लोगों को लगता है कि सामने वाला चुपचाप बैठा रहता होगा और हमेशा अकेल रहना पसंद करता होगा लेकिन ऐसा नहीं है। हां कुछ इंट्रोवर्ट (introvert) लोग शर्मीले और शांत रहने वाले भी हो सकते हैं। यहां जानें, क्या आप इंट्रोवर्ट (introvert) हैं? साथ ही एक्सपर्ट (Expert) से समझें कि इंट्रोवर्ट (introvert) लीडर हैं तो उन्हें क्या करना चाहिए।
इंस्पिरेशनल स्पीकर (inspirational speaker) और राइटर देवीना (Writer Devina) कौर का कहना है कि इंट्रोवर्ट लोगों में कई ऐसी खासियतें होती हैं, जो अच्छा लीडर होने के लिए जरूरी हैं। पहले आप जान लें कि कौन सी बातें आपको इंट्रोवर्ट बनाती हैं। अगर आप शोर-शराबे (noisy) में कॉन्संट्रेट (concentrate) नहीं कर पाते, फैसला लेने में वक्त लगाते हैं, अकेले रहने में दिक्कत नहीं होती, आपको ग्रुप में काम करना पसंद नहीं है, चीजें बोलकर कहने के बजाय लिखने में सहज हैं और कुछ ही दोस्त (Friend) हैं लेकिन दोस्ती पक्की है तो आप खुद को इंट्रोवर्ट की कैटिगरी में रख सकते हैं। यहां कुछ टिप्स हैं जो इंट्रोवर्ट लीडर के काम आ सकते हैं।
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