नई दिल्ली। इजराइल और हमास युद्ध (Israel and Hamas war) के 25 दिन पूरे हो चुके हैं। इजराइल के खिलाफ हमास के अलावा लेबनान का आतंकी संगठन हिजबुल्लाह (Lebanese terrorist organization Hezbollah) लड़ाई लड़ रहा है। अब यमन के चरमपंथी संगठन हूती (Yemen’s extremist organization Houthi) ने भी इजराइल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हूती विद्रोहियों ने आधिकारिक तौर पर इजरायल के खिलाफ और फिलिस्तीन के पक्ष में जंग का ऐलान कर दिया है। हूती विद्रोहियों की सरकार के प्रधानमंत्री अजीज बिन हबूतर ने कहा कि हम अपने लोगों को गाजा में मरने के लिए नहीं छोड़ सकते हैं। हूती विद्रोहियों ने धमकी दी कि अगर गाजा में सीजफायर नहीं हुआ तो वो इजरायल पर और बैलिस्टिक मिसाइल दागेगा। हूती ने 2014 में यमन की राजधानी सहित देश के कई बड़े हिस्से पर कब्जा कर रखा है।
टाइम्स ऑफ इजराइल की खबर के अनुसार हवाई हमले गाजा के लोगों के लिए धार्मिक, नैतिक, मानवीय और राष्ट्रीय जिम्मेदारी की भावना के कारण किए गए थे, जो इजरायली बमबारी के चलते बढ़ते मानवीय संकट का सामना कर रहे हैं। मंगलवार को इजराइल के सैन्य अधिकारियों ने कहा था कि हूती संगठन ने इलियट शहर पर मिसाइल हमला किया था, जिसको एयर डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया था।
हूती शिया मुस्लिमों का सबसे बड़ा आदिवासी संगठन है। यह 1980 के दशक में यमन में खड़ा हुआ। हूती अब्दुलाह सालेह की आर्थिक नीतियों से नाराज थे, जिसके चलते यमन के उत्तरी क्षेत्र में असमानता बढ़ गई इसके विरोध में साल 2000 में हूतियों ने नागरिक सेना तैयार कर ली। हूतियों ने साल 2004 से 2010 के बीच अब्दुल्लाह सालेह की सेना से 6 बार युद्ध लड़ा। हालांकि बाद में साल 2011 में अरब के हस्तक्षेप के चलते यह रुका और करीब दो साल तक बातचीत चली, लेकिन कोई हल नहीं निकला।
हूती विद्रोही इजराइल को कितना नुकसान पहुंचा सकते हैं। इस बात को जानने के लिए हूती विद्रोहियों की ताकत को जानना चाहिए। हूती विद्रोहियों और जवानों के पास जो जवान हैं, वो टैंक चलाने, एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल चलाने, लंबी दूरी की बैलेस्टिक मिसाइल चलाने से लेकर तकनीकी वाहन तक को चलाने में सक्षम हैं। मंगलवार को हूती विद्रोहियों ने इजराइल पर मिसाइल से हमला कर दिया था।
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