गुना। नगरपालिका गुना में पीएम आवास योजना में भ्रष्टाचार की परतें खुलती जा रही हैं। बुधवार को कलेक्ट्रेट में महिला पार्षद ने अपर कलेक्टर को शिकायती आवेदन देकर आरोप लगाया कि नपा के कर्मचारी और कुछ जनप्रतिनिधि गरीबों के खाते में किश्त की राशि डालने और पीएम आवास स्वीकृत कराने को लेकर 35 हजार रुपये की राशि ले रहे हैं। साथ ही गरीबों की जगह अमीरों को आवास दिए जा रहे हैं। अपर कलेक्टर ने इस मामले में जांच के आदेश जारी किए हैं।
2016 का मामला
अपर कलेक्टर ने कहा कि नपा में पीएम आवास योजना मामले की जांच की गई थी, जिसमें सामने आया कि वर्ष 2016 में जिन हितग्राहियों को पीएम आवास स्वीकृत किए गए थे, उनको आवास की राशि खाते में नहीं डाली गई है। अब वरीयता के आधार पर उनको आवास की राशि डाली जाएगी। वरीयता क्रम के अनुसार राशि डालने के निर्देश नपा प्रशासन को दिए हैं।
कलेक्टर के पास पहुंचा मामला
भाजपा पार्षद ममता तोमर ने कहा कि शहर के कई वार्डों में अपात्र हितग्राहियों को पीएम आवास दिए गए हैं। जिनके पक्के मकान बने हैं, उनको भी आवास स्वीकृत किए गए हैं। इस मामले की जांच करने का आग्रह उन्होंने अपर कलेक्टर से किया है। अपर कलेक्टर के पास अभी हाल में एक अपात्र हितग्राही का मामला पहुंचा है, जिसकी वह जांच कर रहे हैं।
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