उज्जैन। कोरोना काल में जहाँ एक ओर होटल और रिसोर्ट के व्यवसाय पिछले साल ठप्प पड़ गए थे, वहीं अब कोरोना के प्रतिबंध हटने तथा शादियों के मुहूर्त शुरु होने के बाद से इस व्यवसाय में जबर्दस्त उछाल आ गया है। अकेले उज्जैन शहर में ही कोरोना महामारी के बीच बड़ी होटलों और रिसोर्ट को करोड़ों का घाटा हुआ था। अब जाकर इसकी रिकवरी शुरु हुई है। लगातार तीन महीने विवाह मुहूर्त होने से शहर की 15 प्रतिशत बड़ी होटलें और मैरिज गार्डन में एडवांस बुकिंग हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि कोरोना के कारण पिछले दो सालों से पूरे देश में अर्थ व्यवस्था गड़बड़ा गई है। इससे धार्मिक नगरी उज्जैन भी अछूती नहीं रह पाई है। कोरोना काल में शहर के प्रसिद्ध होटल और रिसोर्ट जहाँ शादी के बड़े आयोजन होते थे इनको करोड़ों का घाटा हुआ था। शहर में ऐसे 15 बड़े होटल और रिसोर्ट हैं जहाँ का किराया 5 लाख रुपए तक है। दो बार लगे लॉकडाउन के दौरान होटल और रिसोर्टस बंद पड़े रहे थे।
25 से 30 फीसदी बढ़ गया खर्च
15 अप्रैल से शादी के शुभ मुहूर्त आरंभ हो गए हैं। इसी महीने के अंत तक शादी के 7 मुहूर्त हैं तथा आगामी 3 महीने तक कुल 26 मुहूर्त शादी के आ रहे हैं। इधर शहर में शादियों की सीजन में होटल और रिसोर्ट का व्यवसाय औसतन 8 से 10 करोड़ सालाना रहता था, वही इस साल से 25 से 30 प्रतिशत बढऩे की पूरी संभावना है। जानकारों का कहना है कि शादी विवाह के आयोजनों पर महंगाई के चलते खर्च पहले के मुकाबले अब 30 प्रतिशत तक बढ़ गया है। विवाह में आवश्यक बैंड बाजा, डीजे, टेन्ट, केटरिंग से लेकर कपड़े और गहने तक महंगे हो गए हैं। ऐसे में इस साल उज्जैन में होटल रिसोर्ट सहित बैंड, डीजे, टेन्ट, केटरिंग, गहने और कपड़ा व्यवसाय से जुड़े व्यापार में भी पिछले सालों के मुकाबले 25 से 30 प्रतिशत तक अधिक व्यवसाय होने की उम्मीद है।
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