- बाहर से आने वाले श्रद्धालु परेशान
- सड़कों पर रात गुजारने को मजबूर
उज्जैन। नया साल आने वाला है और शहर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमडऩे वाली है लेकिन होटल संचालकों द्वारा किसी कानूनी प्रक्रिया व नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। हालात यह है कि आनलाइन बुकिंग करने के बाद भी श्रद्धालुओं को होटलों में रुम नहीं दिए जा रहे हैं। पिछले एक सप्ताह में ऐसी कई शिकायतें थाने पहुँची हैं।
उल्लेखनीय है कि नए साल की छुट्टियाँ शुरू होते ही शहर में आस्था का सैलाब उमड़ेगा। यात्रियों की भारी भीड़ के चलते शहर की होटल, लाज, यात्रीगृह फुल हो जाते हैं। ऐसे में बाहर से आने वाले कई श्रद्धालु पहले से ही होटलों में रुम बुक करवा देते हैं। ताकि उन्हें रुकने में किसी तरह की कोई परेशानी न हो लेकिन अधिकांश होटल वाले ऑनलाइन बुकिंग के बाद भी श्रद्धालुओं को रूम नहीं दे रहे हैं। ऐसे में उन्हें कार व रेलवे स्टेशन पर ही रात गुजारना पड़ रही है। क्रिसमस की छुट्टियों में भी ऐसी कई शिकायतें महाकाल थाने पहुँची। जिसमें होटल संचालकों द्वारा बुकिंग के बाद भी रूम नहीं देने, ज्यादा किराया वसूलने जैसी बात सामने आई हैं। शिकायत में श्रद्धालु ने पुलिस को यह भी बताया कि ज्यादा कमाई के चक्कर में होटल संचालक ने हमारे बुक करवाए रूम भी किसी अन्य लोगों को दे दिए।
कल से महाकाल मन्दिर में होगी यह व्यवस्था
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 31 दिसंबर से एक जनवरी तक लगभग 10 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन करने के लिए पहुँचने का अनुमान मंदिर प्रबंधन ने लगाया है। इसके लिए परिवर्तित दर्शन व्यवस्था कल से ही लागू कर दी जाएगी। भक्तों को नवनिर्मित टनल से प्रवेश दिया जाएगा। निकासी दूसरे गेट से होगी।