इंदौर। ऑन लाइन होटल बुकिंग के चक्कर में कई इंदौरी ठगी का शिकार हुए है। इस साल के तीन माह में ऐसी 72 शिकायते क्राइम ब्रांच के पास पहुची है। जिसमें साइबर ठगो ने इंदौरियों को लाखों का चुना लगा दिया। इससे पहले कुंभ के चक्कर में भी कई लोग ठगी का शिकार हुए थे। साइबर ठग लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए नए-नए तरीके अपनाते रहते है।
लेकिन पिछले कई सालों से ऑन लाइन होटल बुकिंग के नाम पर लोग लगातार ठगी का शिकार हो रहे है और उनकी संख्या बढ़ रही है। इस साल के प्रथम तीन माह में क्राइम ब्रांच के पास ऑॅन लाइन होटल के नाम पर ठगी की 72 शिकायतें अब तक आ चुकी है। जिसमें लोगों को लाखों का चूना लगाया गया है। पुलिस का कहना है कि साइबर ठग सोशल मीडिया पर या तो ट्रेवल्स ऐजेंसी के विज्ञापन चलाते है या फिर फर्जी वेब साइड बनाकर सोशल मीडिया पर डालते है। ज्यादातर लोग सस्ते के चक्कर में इनका शिकार बनाते है। फर्जी वेब साइड पर होटल के रेट कम होते है। इसके चलते लोग वहां बुकिंग करते है और ऑन लाइन पेमेंट कर देते है। लेकिन जब संबंधित स्थान पर पहुचते है तो पता चलता है कि उनके नाम से होटल में कोई कमरा बुक नहीं है। इसके बाद पैसे डूबने के साथ उन्हें समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है।
कुंभ के चलते कई लोग हुए शिकार
पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस साल प्रयागराज में कुंभ मेले का आयोजन था और देश भर से बड़ी संख्या में लोग वहां पहुचे थे। कई लोगों ने होटल की बुकिंग ऑन लाइन की थी। और वे ठगी का शिकार हुए। इसके बाद होटल बुकिंग फ्रॉड की संख्या और भी बढ़ी है। पुलिस का कहना है कि ज्यादातर इस तरह की ठगी उन लोगों के साथ होती है जो गर्मी की छुट्टी में पर्यटन स्थल पर जाना चाहते है और उसके लिए ऑन लाइन बुकिंग करते है। उज्जैन, देहरादून जैसे स्थानों पर भी बुकिंग के चक्कर में कई लोग शिकार होते है। उज्जैन में तो कई ठगी के शिकार थाने भी पहुंचे है।
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