उज्जैन। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय शर्मा ने बताया कि जिले में शासकीय नर्सिग महाविद्यालय संचालित किया जाता है, जिसमें छात्राएं बी.एस.सी. कर नर्सिंग स्टाफ नर्स बनती है। नर्सिंग महाविद्यालय में निरन्तर लगभग 240 प्रशिक्षणार्थी बी.एस.सी. नर्सिंग के कार्स हेतु एवं 150 प्रशिक्षणार्थी कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के कोर्स हेतु अध्ययनरत रहते है। जिला उज्जैन में बी.एस.सी. छात्राओं को पढ़ाई के साथ-साथ सुरक्षित सुविधाजनक रहने हेतु बी.एस.सी. नर्सिंग महाविद्यालय मे होस्टल एवं नर्सिंग महाविद्यालय मे कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों हेतु 18 शासकीय आवासगृहों का निर्माण शासन द्वारा कराया गया है। होस्टल निर्माण हेतु राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एन.एच.एम.) के अन्तर्गत शासन द्वारा 10 करोड़ 51 लाख रूपये खर्च किये है।
खुशी की बात यह है कि होस्टल निर्माण हेतु शासन द्वारा दो वर्ष का समय निर्धारित किया गया था, परन्तु इंजीनियरों के बेहतरीन टैक्नीकल अनुभव एवं अधिकारियों की लगन से होस्टल का निर्माण निर्धारित समयावधि में पूरा हो गया है। निर्माण हेतु निर्धारित अवधि दो वर्ष 2020 व 2021 में लगभग चार माह वर्ष लॉकडाउन होने के बाद भी कार्य निर्धारित समय मे पूर्ण किया गया। होस्टल 324 बेड का बना गया है अब जिला उज्जैन में बी.एस.सी. में अध्ययनरत छात्राओं को सर्वसुविधायुक्त होस्टल में निवास कर पढ़ाई करने की सुविधा मिल सकेगी।
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