इन्दौर। मोती तबेला क्षेत्र में रविवार को हुई ऑनर किलिंग में शामिल मृतक के दोनों सालों को पुलिस रावजी बाजार ने आज तडक़े गिरफ्तार कर लिया है, जो वारदात के बाद रतलाम भाग गए थे। उन्हें हत्या का कोई अफसोस नहीं है। उनका कहना है कि जिस दिन वह हमारी बहन को भगाकर ले गया था, उसी दिन उसे मारने की योजना बना ली थी, मौका पाते ही वारदात को अंजाम दिया।
एएसपी राजेश व्यास ने बताया कि मोती तबेला में हुई समीर खान पिता आरिफ की हत्या के मामले में पुलिस ने उसके सालों अब्दुल अयाज और अब्दुल वकार को रतलाम के एक मकान पर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया, जो अपने रिश्तेदार के यहां जाकर छिप गए थे। बताया जा रहा है कि समीर दो माह पूर्व मोती तबेला में रॉयल कैफे के सामने रहने वाले अब्दुल वकार की बहन अलमास को भगाकर ले गया था और उन्होंने अहमदाबाद में शादी कर ली थी। कल आरोपियों ने यह कहकर उसे बहाने से बुलाया था कि अलमास को पिता नईम याद कर रहे हैं, उनकी तबीयत खराब है। चंूकि तुमने अब शादी कर ही ली है तो हमें कोई अफसोस नहीं है। पति-पत्नी उन दोनों भाइयों की बात में आ गए। जब समीर अलमास को लेकर घर पहुंचा तो दोनों भाई उसे दुकान दिखाने के बहाने चौराहे पर ले गए, जहां समीर पर चाकू से करीब 22 घातक वार किए और मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया। घटना के बाद आरोपी भाग खड़े हुए थे। एएसपी व्यास का कहना है कि समीर धंधा खोलने के लिए क्षेत्र में दुकान भी ढूंढ रहा था। हत्या के मामले में पकड़ाए आरोपियों ने पूछताछ में जुर्म तो कबूल लिया है, लेकिन घटना पर उनको कोई अफसोस नहीं है। दोनों ही अपनी बहन द्वारा प्रेम विवाह किए जाने से खासे नाराज थे। पति की हत्या के बाद कातिलों की बहन सदमे में है। फिलहाल उसके बयान नहीं हो पाए हैं। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल में लगी है।
बात इज्जत की थी, इसलिए मार डाला…
जानकारी अनुसार मोती तबेला चौराहे पर आरोपित अब्दुल अयाज और अब्दुल वकार की चिकन की दुकान है। मृतक समीर (30 वर्ष) मूलत: मिर्जाबाग कॉलोनी (Dewas) उनकी दुकान पर काम करता था। इसी दौरान उसको आरोपी की बहन अलमास से प्रेम हो गया और दो माह पूर्व दोनों ने परिवार की मर्जी के विरुद्ध अहमदाबाद (Ahmedabad) में निकाह कर लिया। बहन के घर से भागकर शादी करने के बाद से आरोपी के रिश्तेदार इसे ताने देते थे। तभी से आरोपित को लगता था कि पूरे मोहल्ले में इज्जत खराब हो गई।