गुना। भारतीय संस्कृति (Indian tradition) की विशिष्टता को प्रदर्शित करने वाले त्यौहारों में से एक होली ने रविवार को दस्तक दे दी। पहले दिन होलिका दहन (Holika Dahan) हुआ और अब सोमवार, 29 मार्च को रंग खिलेगा। पांच दिवसीय इस त्यौहार की धूम रंगपंचमी (Colorful)पर देखने को मिलेगी। इस दौरान वातावरण (atmosphere) में एक अलग ही उत्साह और उमंग देखने को मिलेगी।
हालांकि कोरोना वायरस संक्रमण (Corona virus infection) की काली छाया से रंगों का यह त्यौहार भी अछूता नहीं रह गया है। पर्व मनाने के उत्साह को भलें ही इस संक्रमण ने कम किया हो, पर वह लोगों को परंपरा का पालन करने से नहीं रोक पा रहा है। रविवार को पर्व को लेकर बाजार में कम ही सही रौनक देखने को मिली। इस दौरान रंगाों के साथ पिचकारियों एवं किराना की जमकर खरीददारी हुई। इससे पहले शुभ मुर्हूत में होलिका दहन करने से पूर्व लोगों ने जमकर धूम मचाई और मस्ती की।
देर रात तक मचती रही धूम
होली के त्यौहार को लेकर रविवार को देर रात तक धूम मचती रही। शहर में सैकड़ों एवं जिले भर में हजारों स्थानों पर शुभ मुर्हूत में होलिका दहन किया गया। इसके लिए दहन स्थल को आकर्षक तरीके से सजाया गया था। रंगोली बनाने के साथ ही पतंगें भी लगाई गईं थीं। देर रात तक नाच गाने के साथ धूम मचती रही। होली के त्यौहारों से जुड़े फिल्मी गीतों पर श्रद्धालु जमकर थिरके। इसके बाद होलिका पूजन कर शुभ मुर्हूत में दहन किया गया। साथ ही दहन स्थल पर ही गुलाल लगाकर श्रद्धालुओं ने एक- दूसरे को होली पर्व की शुभकामनाएं दीं।
पुलिस ने उठाए सुरक्षा के कदम
एसपी राजीवकुमार मिश्रा ने बताया कि होली पर्व को लेकर गाइडलाइन जारी हो चुकी है। इसके चलते पुलिस ने भी सुरक्षा के पुख्ता कदम उठाए हैं। संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष बल तैनात किया गया है। वहीं पिक्स पिकेट और मोबाइल पार्टियों को तैयार किया गया है। इसके अलावा चेकिंग वाहन शहर में भ्रमण करेंगे, तो चौराहों पर भी पुलिस टीम तैनात रहेंगी। यदि कोई शराब पीकर वाहन चलाता मिलेगा या गाइडलाइन का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर की जिलेवासियों से अपील
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने जिलेवासियों से अपील की है कि होली का त्यौहार उल्लास का त्यौहार है, जिसे लोग सामूहिक रूप से मनाते हैं। लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए सार्वजनिक तौर पर इस बार होली का त्यौहार प्रतिबंधित किया गया है। सार्वजनिक उत्सव पर रोक है। आमतौर पर जिले में परंपरा है कि विभिन्ना सरकार, महकमों में भी सार्वजनिक तौर पर होली मनाई जाती है, लेकिन इस बार ऐसा नही होगा। कलेक्टर होने के नाते स्वाभाविक तौर पर बहुत सारे अधिकारी होली मनाने आते हैं। निश्चित तौर पर यह अच्छी बात है कि त्यौहारों का मतलब भी यही होता है कि हम एक-दूसरे से मिलें। लेकिन आपसे अपील की है कि इस बार होली अपने घर पर ही मनाएं।
रविवार को बाजार खुला, त्यौहारी रौनक रही गायब
इधर, जिला प्रशासन ने इस रविवार को होली त्यौहार को देखते हुए रविवार को बाजार खोलने की अनुमति दी। लेकिन बाजार से त्यौहारी रौनक गायब थी। क्योंकि, होली के त्यौहार पर प्रतिबंध के चलते लोग सिर्फ जरूरत का सामान ही खरीदने बाहर निकले। रंग और पिचकारियों की दुकानों पर भी ग्राहकी देखने को नहीं मिली। हालांकि, होली की परंपरा का निर्वहन करने लोग अबीर-गुलाल खरीदा। इस तरह कोरोना ने होली के उत्साह को भी फीका करने का काम किया है।