भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश में होली के मौके पर शराब की जमकर बिक्री हुई. होली (Holi) यानि धुलेंडी पर एक दिन में 100 करोड़ रुपए से अधिक की शराब (Liquor) लोग डकार गए. आबकारी विभाग का अनुमान है कि पांच दिवसीय पर्व के दौरान मध्य प्रदेश में 350 करोड़ रुपए की शराब बिक्री होगी. बता दें कि पांच दिवसीय होली पर्व की शुरुआत बुधवार से हो गई है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कई जिलों में होली और रंगपंचमी (Rangpanchami) पर ड्राइडे घोषित किया गया था.
बावजूद इसके लोगों पर होली का खुमार ऐसा चढ़ा कि लोग 100 करोड़ की शराब पी गए. कोरोना महामारी के कारण दो वर्षों से लोगों की होली बेरंग मन रही थी. लेकिन इस बार रंगों के पर्व पर लोगों ने जमकर जश्न मनाया. होली की मस्ती को दोगुना करने के लिए लोगों ने शराब का सहारा लिया. नतीजतन एक दिन में ही करीब 100 करोड़ से अधिक की शराब बिक्री हुई.
होली के मौके पर 100 करोड़ की शराब बिक्री
अधिकारी ने बताया कि मध्य प्रदेश में एक दिन का आबकारी लाइसेंस फीस 34 करोड़ रुपए है. 34 करोड़ रुपए निकालने के लिए संपूर्ण प्रदेश में एक दिन 52-53 करोड़ रुपए की शराब बिक्री होती है. लेकिन होली के दिन प्रदेश में 100 करोड़ रुपए से अधिक की शराब बिक्री हो गई. अधिकारी के मुताबिक पांच दिवसीय पर्व के दौरान रंगपंचमी तक करीब 350 करोड़ से अधिक की शराब बिक्री होने का अनुमान है.
सीहोर में रंगपंचमी तक 5 करोड़ का कारोबार
अधिकारी ने बताया कि राजधानी भोपाल के नजदीकी जिले सीहोर में 224 करोड़ रुपए आबकारी विभाग की सालाना लाइसेंस फीस है. इस हिसाब से एक दिन की सीहोर जिले की आबकारी फीस 60 लाख रुपए होती है. 60 लाख रुपए को निकालने के लिए प्रतिदिन 90 लाख रुपए की शराब बिक्री की जाती है. लेकिन होली के पहले ही दिन करीब एक करोड़ रुपए से अधिक की शराब बिक्री हुई है. आबकारी अधिकारी का मानना है कि पांच दिवसीय पर्व में रंगपंचमी तक पांच करोड़ की शराब की बिक्री होगी.
आबकारी अधिकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश सरकार ने साल में चार दिन ड्राइ डे घोषित किया है. 15 अगस्त, 26 जनवरी, दो अक्टूबर गांधी जयंती और होली के मौके पर शराब की दुकानें बंद रहती हैं. होली पर्व के पहले दिन अलग-अलग जिलों में ड्राइडे घोषित किया गया था. सीहोर जिले में रंगपंचमी के दिन ड्राइ डे घोषित किया गया है. रंगपंचमी पर शराब की दुकानें बंद रहेंगी.
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