नई दिल्ली। होली रंगों का त्यौहार (holi festival of colors) है। दुनिया में, लोगों के जीवन में रंगों का बहुत महत्व है। बिना रंग के जीवन नीरस हो जाता है। यह रंग जीवन में नीरसता को कम करने और दुनिया की खूबसूरती (beauty of the world) को जाहिर करने का प्रतीक होते हैं। ऐसे में होली मनाने के लिए लोग कई सारे रंग का उपयोग करते हैं। हर रंग का अपना महत्व (importance of each color) है। हालांकि कुछ विशेष रंगों का ज्यादा प्रयोग किया जाता है। यह रंग किसी न किसी भावना का प्रतीक होते हैं। लोग सामान्यता काला, सफेद या ग्रे आदि रंगों का इस्तेमाल नहीं करते हैं। वहीं होली में ज्यादातर लोग पीला, लाल और हरा रंग लगाना पसंद करते हैं। लेकिन कभी आपने ध्यान दिया है कि अपने करीबियों और दोस्तों को कौन सा रंग लगा सकते हैं? इन रंगों का क्या महत्व है? आईए, जानते हैं होली के हर रंग का महत्व और किसे लगा सकते हैं कौन सा रंग?
हरा रंग
हरा रंग हरियाली का प्रतीक होता है लेकिन होली के हरे रंग का मतलब शीतलता, सुकून और सकारात्मकता है। आप अपनों से बड़ों को अबीर या गुलाल लगाएं तो हरा रंग लगा सकते हैं। देखने में यह रंग आंखों में चुभता भी नहीं और चेहरे पर खिलता भी है।
लाल रंग
वैसे को लाल रंग का प्यार का प्रतीक माना जाता है। लेकिन होली के लाल रंग को ऊर्जा, जोश का रंग कहा जा सकता है। होली में लाल रंग का इस्तेमाल सबसे अधिक होता है। होली में रंग खेलने की शुरुआत भगवान को लाल रंग चढ़ाकर कर सकते हैं। इसके अलावा लाल रंग बच्चों और युवाओं को लगाया जा सकता है। यह उनकी ऊर्जा, जज्बे और जोश को प्रदर्शित करेगा और उनके चेहरे में अलग चमक देगा।
पीला
होली में पीला रंग भी आकर्षित करता है। पीला रंग सुंदरता और आकर्षण का प्रतीक है। लड़कियों के चेहरे पर इसे लगाया जा सकता है। पीला रंग उनके निखार को बढ़ाएगा। वहीं सभी का ध्यान आकर्षित करेगा। वैसे भगवान को लाल रंग के अलावा पीला रंग भी लगाया जा सकता है, क्योंकि इसे सुख, संपदा और आध्यात्म से भी जोड़कर देखा जाता है।
नारंगी
खुशियों, मिलनसारिता और ऊर्जा के प्रतीक के तौर पर नारंगी रंग का उपयोग कर सकते हैं। जो लोग आपके बहुत करीब हैं या जिनसे आप मधुर रिश्ते रखना चाहते हैं उन्हें नारंगी रंग लगा सकते हैं। यह रंग उनके आकर्षण को तो बढ़ाएगा, साथ ही आपके निर्मल मन को भी उनके सामने जाहिर करेगा।
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