नई दिल्ली। एचएमपीवी (HMPV) जिसे ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (Human Metapneumovirus) भी कहा जाता है। ये एक ऐसा वायरस है जिसके लक्षण सर्दी के समान (Symptoms similar to cold) ही होते हैं। चीन (China) में एचएमपीवी के प्रकोप ने विश्व स्तर पर चिंता बढ़ा दी है। भारत (India) समेत कई देश इस वायरस और इसके फैलने पर करीब से नजर रख रहे हैं। फिलहाल भारत में इस वायरस से संक्रमित 3 केस सामने आने के बाद चिंता बढ़ गई है। अलग-अलग राज्य सरकारों की ओर से एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। हालांकि, इस वायरस को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। बस कुछ सावधानियां बरतकर आप खुद को इस वायरस से संक्रमित होने से बचा सकते हैं। यहां हम बता रहे हैं कि ये वायरस कैसे फैलता है और किस उम्र के लोगों को इसका ज्यादा खतरा होता है।
कैसे फैलता है एचएमपीवी?
एचएमपीवी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, और आप वायरस से दूषित चीजों को छूते हैं तो आपको इसकी चपेट में आने का खतरा बढ़ जाता है। रिपोर्ट्स कहती हैं कि दूसरे सांस संबंधी वायरस की तरह एचएमपीवी के मामले आमतौर पर सर्दियों में बढ़ते हैं और वसंत में कम हो जाते हैं।
एक्सपर्ट ने बताया कि ज्यादातर वयस्कों में एचएमपीवी के हल्के लक्षण हो सकते हैं। लेकिन बच्चों और बूढ़ों के मामले में यह गंभीर हो सकता है। 5 साल से कम उम्र के बच्चे, बूढ़े बुजुर्ग, डायबिटीज, दिल की बीमारी, लिवर की बीमारी, किड़नी की बीमारी, डायलिसिस पेशेंट, कैंसर पेशेंट को इसका खतरा ज्यादा है।
क्या एचएमपीवी को फैलने से रोकने के लिए कोई वैक्सीन है?
इस वायरस कोई खास उपचार नहीं है और न ही इसे रोकने के लिए कोई वैक्सीन है। वहीं एंटीवायरल ट्रीटमेंट की सलाह नहीं दी जाती है। इससे बचने के लिए कुछ सावधानियां बरती जा सकती हैं। जैसे-
1) बार-बार साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोएं।
2) बिना धोए हाथों से आंख, नाक या मुंह को छूने से बचें।
3) जो लोग बीमार हैं उनके पास जाने से बचें।
4) जिन मरीजों में सर्दी जैसे लक्षण हों उन्हें खांसते और छींकते समय अपना मुंह और नाक ढकना चाहिए।
5) दूसरों के साथ कप और खाने के बर्तन शेयर करने से बचें।
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