नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) को बड़ी सफलता हाथ लगी है। स्पेशल सेल ने हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी जावेद अहमद मट्टू (Hizbul Mujahideen terrorist Javed Ahmed Mattu) को गिरफ्तार किया है। वह जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) की कई आतंकी घटनाओं में शामिल था। आतंकी जावेद मट्टू पर 10 लाख का इनाम घोषित था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को भी इस आतंकी की तलाश थी। इस तरह मट्टू को गिरफ्तार कर दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है।
जावेद अहमद मट्टू हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर है। वह घाटी के टॉप-10 मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों में से एक है। दिल्ली के विशेष पुलिस आयुक्त एचजीएस धालीवाल के अनुसार, जावेद मट्टू A++ कैटेगरी का आतंकवादी है। उसे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और केंद्रीय एजेंसियों के समन्वय से गिरफ्तार किया गया है। मट्टू के कब्जे से एक पिस्टल, मैगजीन और चोरी की एक गाड़ी भी बरामद की गई है।
पुलिस उसे रिमांड पर लेकर आगे की कार्रवाई करेगी। धालीवाल के मुताबिक, वह जम्मू-कश्मीर में 5 ग्रेनेड हमलों में भी शामिल था। इसके साथ ही विभिन्न घटनाओं में 5 पुलिस कर्मियों की हत्या में भी शामिल रहा। इन घटनाओं में दर्जनों पुलिस कर्मी घायल हुए थे। वह नामित A ++ कैटेगरी के आतंकवादियों में से अंतिम जीवित आतंकी है, जो जम्मू-कश्मीर से है। मट्टू एक बार पाकिस्तान भी जा चुका है। वह जम्मू-कश्मीर के सोपोर का रहने वाला है। खास बात यह है कि हाल ही में उसके भाई रईस मट्टू ने अपने घर की बालकनी में तिरंगा लहराया था।
सोपोर और किश्तवाड़ को लश्कर-ए-तैयबा का किला कहा जाता था, हालांकि अब यहां आतंकियों के स्वजन बदले-बदले से नजर आ रहे हैं। स्वतंत्रता दिवस के दिन रईस ने कहा था कि हम सब भारतीय हैं। भाई ने भले ही गलत रास्ता चुना, लेकिन वह देश से नफरत नहीं करते। जावेद अहमद मट्टू प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी की पृष्ठभूमि वाले परिवार से संबंध रखता है। उसके आतंक का खौफ इतना ज्यादा था कि एक आवाज पर सोपोर बंद हो जाता था। कई मुखबिरों को वह मौत के घाट उतार चुका था। कश्मीर में कई दुर्दांत वारदातें करने के बाद वह अंडरग्राउंड हो चुका था, हालांकि अब वह पकड़ में आ चुका है।
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