नई दिल्ली (New Delhi) । आर्थिक संकट (Economic Crisis) से जूझ रहा पाकिस्तान (Pakistan) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वैश्विक संगठनों (global organizations) के तमाम प्रतिबंधों के बावजूद यहां सड़कों पर खुलेआम आतंकी (terrorists) घूमते नजर आ रहे हैं। ताजा मामला हिजबुल मुजाहिद्दीन (Hizbul Mujahideen) के मुखिया सलाउद्दीन (Salahuddin) का सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स से मालूम चला है कि सलाउद्दीन को पाकिस्तान के रावलपिंडी में सार्वजनिक कार्यक्रमों में देखा गया है। अब इसको लेकर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की कड़ी टिप्पणी सामने आई है। FATF ने साफ कर दिया है कि आंतकवाद वित्तपोषण के खिलाफ पाकिस्तान की प्रतिबद्धता और कार्रवाई पर संगठन की पूरी नजर बनी हुई है।
पिछले साल FATF ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर किया था
पिछले साल अक्तूबर में ही FATF ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर किया था। तब पाकिस्तान ने FATF के दो कार्ययोजनाओं को अपने यहां लागू करने का दावा किया था। इसमें आतंकी फंडिंग रोकने और आतंक रोधी वित्तपोषण पर लगाम लगाने की बात कही थी। उस दौरान FATF ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर करते हुए कहा था कि पाकिस्तान को आतंकी वित्तपोषण और मनी लॉन्ड्रिंग से निपटने के लिए सिस्टम को और मजबूत बनाने के लिए काम जारी रखना होगा। पाकिस्तान को FATF की तरफ से दो एक्शन प्लान के साथ कुल 34 कार्यमद दिए गए हैं। FATF की टीम ने इसको लेकर पाकिस्तान का दौरा भी किया था।
FATF ने और क्या कहा?
फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) के अध्यक्ष टी राजा कुमार ने पेरिस में मीडिया से बातचीत की। इस दौरान मीडिया ने हिजबुल के मुखिया सलाउद्दीन के पाकिस्तान में खुलेआम घूमने को लेकर सवाल किया। जिसका जवाब देते हुए टी राजा ने कहा, पाकिस्तान के लिए अपनी सभी प्रतिबद्धताओं को पूरा करना जरूरी है। मैं मीडिया में आई खबरों से कोई अटकलें नहीं लगाऊंगा, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि एशिया पैसेफिक ग्रुप पाकिस्तान की ओर से उठाए गए कदमों की निगरानी कर रहा है।
आतंकी के जनाजे में शामिल हुआ था सलाउद्दीन
कुख्यात आतंकी और हिजबुल मुजाहिद्दीन का मुखिया सलाउद्दीन पिछले दिनों आतंकवादी बशीर अहमद पीर के जनाजे में शामिल हुआ था। इसकी कई तस्वीरें सामने आई थीं। इसी को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को खूब सुनना पड़ रहा है।
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