राजस्थान में मंत्री-विधायकों ने बेटे-बेटियों को बनाया डेलीगेट, चुनाव में डाल सकेंगे वोट
नई दिल्ली। हमेशा परिवारवाद को लेकर विपक्ष के निशाने पर रहने के बावजूद समर्थक राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को दोबारा अध्यक्ष बनाने की कवायद में जुट गए हैं। राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Pradesh Congress Committee in Rajasthan) के सदस्यों में नेताओं के परिवार वालों की भरमार है। कांग्रेस का अध्यक्ष चुनने के लिए होने वाले चुनाव में यही सदस्य वोट डालेंगें, जिनकी अध्यक्ष के रूप में पहली पसंद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) होंगे। राजस्थान में ऐसे कई कांग्रेस नेताओं की भरमार हैं जिन्होंने अपने-बेटे बेटियों को राजनीति में लांच किया है और पीसीसी का सदस्य बनाया है। इनमें अशोक गहलोत के साथ उनके बेटे वैभव गहलोत को भी पीसीसी सदस्य बनाया गया है। कांग्रेस विधायक नरेंद्र बुड़ानिया के बेटे अमित बुड़ानिया तारानगर से सदस्य बनाए गए हैं। विधायक महेंद्र चौधरी और उनकी पत्नी सुनीता चौधरी भी सदस्य बनाए गए हैं। रघु शर्मा के बेटे सागर शर्मा, विधायक दीपेंद्र सिंह और उनके बेटे बालेंदु सिंह, मंत्री मुरारीलाल मीणा और उनकी पत्नी सविता मीणा, सचिन पायलट और रमा पायलट भी पीसीसी के सदस्य बने हैं।
उत्तरप्रदेश से चुनाव लड़ सकते हैं नीतीश
भाजपा के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास कर रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उत्तरप्रदेश के फूलपुर से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की है। इसके पहले सपा नेता अखिलेश यादव ने नीतीश कुमार से आह्वान किया था कि वे प्रदेश की किसी भी सीट से चुनाव लड़े, उनका स्वागत है।
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