नई दिल्ली । बीजेपी सांसद मेधा कुलकर्णी (BJP MP Medha Kulkarni)ने महाराष्ट्र (Maharashtra)में नया बखेड़ा(New fuss) खड़ा कर दिया है। मेधा कुलकर्णी(Medha Kulkarni) ने बीते शनिवार पार्टी कार्यकर्ताओं(Party workers) के साथ मिलकर शहर में एक हरे रंग की दीवार को भगवा रंग से पेंट कर दिया। इसके बाद राजनीतिक गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। भाजपा सांसद के इस कदम पर विपक्षी दल हमलावर हो गए हैं। वहीं भाजपा की राज्यसभा सांसद मेधा कुलकर्णी ने दीवार को रंगने के पीछे यह तर्क दिया है कि दीवार को जान-बूझ कर हरा कर दिया गया था जो एक साजिश का हिस्सा है।
ममता कुलकर्णी ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट कर इस बात की जानकारी साझा की थी। उन्होंने इस पोस्ट के साथ दीवार को रंगने की कुछ तस्वीरें भी शेयर की। उन्होंने पोस्ट में लिखा, “कल एक व्हाट्सएप मैसेज वायरल हुआ कि सदाशिव पेठ में ज्ञानप्रबोधिनी स्कूल के बगल वाली गली को हरे रंग से रंगा गया है और वहां माला, फूल और अगरबत्ती जलाई गई है। मैं आज इसकी जांच करने गई थी। मैंने संग्राम ढोले पाटिल, संकेत मेहंदले, यशपाल जाधव की के साथ मिलकर दीवार को भगवा बनाया। हरे रंग पर भगवा रंग लगाना मजेदार था।”
हम भगवा धारी है l
हम श्रीराम पुजारी है ll 🚩काल सदाशिव पेठेतील ज्ञानप्रबोधिनी शाळेच्या शेजारील गल्लीमध्ये हिरवा रंग देऊन तिथे हार, फुले, अगरबत्ती लावून पूजा करण्यात आल्याचे व्हाट्सअप viral झाले. मी आज आवर्जून त्या ठिकाणी शहानिशा करण्यासाठी गेले. आधी खात्री करून घेतली आणि मग… pic.twitter.com/zf0u09f7tq
— Dr. Medha Kulkarni (@Medha_kulkarni) December 28, 2024
भाजपा सांसद ने इसे एक साजिश का हिस्सा बताते हुए कहा, “सिर्फ पुणे में ही नहीं, बल्कि महाराष्ट्र सहित कई अन्य जगहों पर भी हाल ही में इस प्रकार की गतिविधियां बढ़ी हैं। ये स्थान पहले आकार में छोटे थे, बाद में अचानक इन पर कब्जा कर लिया गया। आइए हम सतर्क रहें। उन्होंने आगे कहा, “मेरा सभी से एक ही अनुरोध है एक जागरूक हिंदू के रूप में आइए हम अपने आस-पास जो हो रहा है उस पर ध्यान दें और एक्शन लें।” इसके साथ उन्होंने अपना फोन नंबर भी साझा किया।
मेधा कुलकर्णी के इस ट्वीट के सामने आने के बाद काफी हंगामा हुआ। उद्धव सेना ने इस कदम पर कई सवाल उठाए और इसे बचकाना बताया। शिवसेना (यूबीटी) की सुषमा अंधारे ने भाजपा की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाए हैं। अंधारे ने पूछा, “क्या पुणे में भाजपा कार्यकर्ताओं या मेधा कुलकर्णी ने महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों के लिए वैसी ही चिंता दिखाई, जैसी उन्होंने दीवार पर पेंटिंग करने के लिए दिखाई?” सुषमा अंधारे ने कहा, “अगर जनप्रतिनिधि ऐसी बचकानी हरकतें करना चाहते हैं तो उन्हें राजनीति छोड़ देनी चाहिए और धार्मिक कार्यों पर ध्यान देना चाहिए।”
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