नई दिल्ली । पश्चिम बंगाल (West Bengal)के मुर्शिदाबाद(Murshidabad) में वक्फ बिल(Wakf Bill) को लेकर हुई हिंसा में कम से कम तीन लोगों की जान चली गई। इस हंगामे से राज्य की राजनीति में उबाल आया हुआ है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुभेंदु अधिकारी ने राज्य के हालात को बहुत ही खराब और असुरक्षित बताते हुए कहा कि यहां पर हिंदू अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं है। अधिकारी इससे पहले भी इस हिंसा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्रालय से राज्य में केंद्रीय सुरक्षा बल भेजने की मांग कर चुके हैं।
भाजपा नेता ने ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां हिंदू को अगर अपना त्योहार भी मनाना है तो उसके लिए भी पहले कोर्ट जाना पड़ता है। वक्फ बिल को लेकर यहां पर काफी हिंसा हुई है। कल भीड़ ने दो लोगों को मार डाला और पुलिस फायरिंग में भी एक की मौत हो गई। हिंदूओं को निशाना बनाया जा रहा है.. धुलियान में हिंदूओं की दुकानों को निशाना बनाकर लूटा गया.. स्थिति इतनी भयंकर है कि पुलिस के हाथों से बाहर हो गई है। अब तक 35 पुलिसकर्मी बुरी तरह घायल हो चुके हैं लेकिन ममता बनर्जी तुष्टीकरण की राजनीति करने में लगी हुई हैं।
विधानसभा नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इसलिए मैंने इस मामले पर राजभवन को भी पत्र लिखकर केंद्रीय सुरक्षा बल की मांग की है और मुख्यमंत्री से भी इसकी अपील की है। मैं पिछले काफी समय से यह मांग कर रहा हूं लेकिन किसी ने भी इस बात पर ध्यान नहीं दिया। इसी वजह से में कोर्ट गया था । कल कॉलेज स्क्वायर पर भाजपा की रैली है.. जमीनी हकीकत यह है कि बंगाल में हिंदू अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं है।
दूसरी तरफ राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अल्पसंख्यक समुदाय को समझाते हुए यह आश्वासन दिया की राज्य में वक्फ कानून से जुड़े प्रावधान लागू नहीं किए जाएंगे। इस बात को लेकर भी भाजपा भड़की हुई दिखाई दी। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और कद्दावर नेता सुधांशु त्रिवेदी ने सीएम ममता को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि लगता है कि उनको बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान में आस्था नहीं है। तभी तो वह उसी संविदान के रास्ते बनाए गए एक बेहतर कानून के खिलाफ खड़ी हो गई हैं।
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