हैदराबाद। स्वामी रामानुजाचार्य सहस्त्राब्दी समारोह (Swami Ramanujacharya Millennium Celebrations) में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक (RSS) मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने कहा कि हम स्वाभिमान से जिएंगे और सृष्टि का पालन करेंगे। हमारी प्राथमिकता हिन्दू हित यानी राष्ट्र हित है।
बुधवार देर शाम यहां श्रीरामनगरम, जीवा कैंप्स में भागवत ने लोगों से आहवान किया कि आप ऐसी किसी भी चीज़ में शामिल नहीं होंगे, जो हमें लड़ने के लिए उकसाती हो। हम किसी ऐसी बात में भी नहीं जाएंगे, जो अतातायी बनाने या डरपोक बनाने वाली हो। हम स्वाभिमान से जिएंगे और सृष्टि का पालन पोषण करेंगे। इस प्रकार का जीवन जीने का संकल्प हमारा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरा अपना हित, मेरी जाति, परिवार, भाषा, प्रांत और पंथ का हित यह सब हमेशा दूसरे नंबर पर हैं। पहला नंबर हिन्दू हित यानी राष्ट्र हित।
इस मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि स्वामी रामानुजाचार्य ने समाज से वर्ग विभेद दूर कर समानता पर जोर दिया। इसलिए एक हजार साल बाद भी उनके विचार प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा कि स्वामी रामानुजाचार्य ने भक्ति आंदोलन को पुनर्जीवित किया और उन्हीं की प्रेरणा से भक्ति की कई अन्य विचारधाराएं भी पनपी हैं।
इससे पहले संघ प्रमुख भागवत और मुख्यमंत्री शिवराज ने स्वामी रामानुजाचार्य की याद में बनाए गए स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी के दर्शन किए। इस मौके पर शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह भी उनके साथ थीं।
उल्लेखनीय है कि हैदराबाद में श्रीरामनगरम में स्वामी रामानुजाचार्य की 216 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है। गत 5 जनवरी को इस ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वाुलिटी’ प्रतिमा का अनावर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। एजेंसी/हिस