शिमला (Shimla) । हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha elections) के दौरान पार्टी के खिलाफ वोट करने वाले कांग्रेस (Congress) के छह विधायक (M.L.A.) उत्तराखंड (Uttarakhand) के एक होटल में चले गए हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Chief Minister Sukhwinder Singh Sukhu) ने विद्रोह करने वाले विधायकों पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें भारतीय जनता पार्टी के द्वारा गाइड किया जा रहा है.
बीजेपी विधायक विक्रम ठाकुर और त्रिलोक जम्वाल छह कांग्रेस और तीन निर्दलीय विधायकों के साथ थे. वो शुक्रवार देर रात एक चार्टर्ड फ्लाइट से हरियाणा के पंचकुला से ऋषिकेश पहुंचे और यहां से लगभग 30 किलोमीटर दूर होटल ताज में रुके.
अयोग्य घोषित विधायक पहुंचे SC
कांग्रेस विधायकों सुधीर शर्मा, राजिंदर राणा, इंदर दत्त लखनपाल, देविंदर कुमार भुट्टू, रवींद्र ठाकुर और चैतन्य शर्मा को राज्य के बजट पर पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए हिमाचल प्रदेश विधानसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया है. इस मामले में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. इन विधायकों के साथ तीन निर्दलीय MLA होशियार सिंह, केएल ठाकुर और आशी, शर्मा भी साथ नजर आए.
सीएम सुक्खू का तीखा हमला
विधायकों के हरियाणा से उत्तराखंड जाने पर सीएम सुक्खू ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. सीएम ने कहा कि उन्हें एक चरवाहे की तरह एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा रहा है.
एजेंसी के मुताबिक मंडी में एक पब्लिक मीटिंग को संबोधित करते हुए, सुक्खू ने कहा कि बीजेपी उन छह अयोग्य कांग्रेस विधायकों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेज रही है, जिन्होंने पार्टी को धोखा दिया है. उन्होंने यह भी सवाल खड़ा किया कि बीजेपी ने बागी विधायकों को चार्टर्ड प्लेन से देहरादून ले जाने और उन्हें ऋषिकेश के सात सितारा होटल में ठहराने से पहले हरियाणा के पंचकुला के एक होटल में क्यों रखा?
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन विधायकों ने अंतरात्मा की आवाज न सुनकर अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लोगों और पार्टी का यकीन तोड़ा है. जनता उन लोगों को सबक सिखाएगी, जिन्होंने साजिश रचने की कोशिश की. इसके अलावा उन्होंने कहा कि उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी.
‘मुख्यमंत्री का पद आम आदमी का…’
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वह साधारण बैकग्राउंड से आए हैं और लोगों के अधिकारों के लिए लड़कर मुख्यमंत्री बने हैं. मुख्यमंत्री का पद आम आदमी का है, किसी ऐसे व्यक्ति का नहीं जो सत्ता और भोग के लिए कुर्सी चाहता है और इसे छीनने के लिए धन का इस्तेमाल करता है.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में मौजूदा वक्त में कांग्रेस के 34 विधायक हैं जबकि बीजेपी के 25 विधायक हैं. तीन निर्दलीय विधायकों ने भी राज्यसभा चुनाव में बीजेपी का साथ दिया था. होटल ताज के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और एडवांस ऑनलाइन बुकिंग कराने वालों को छोड़कर किसी को भी परिसर में प्रवेश करने की परमिशन नहीं दी जा रही है.
इस बीच, केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री बीएल वर्मा ने हरिद्वार में संवाददाताओं से कहा कि जल्द ही हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिर जाएगी. राज्य में सुक्खू सरकार आंतरिक कलह से जूझ रही है. इस अंतर्कलह के कारण यह ज्यादा समय तक नहीं टिकेगी. उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी के कार्यों ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का सफाया कर दिया है और लोकसभा चुनाव के बाद पूरे देश से उसका सफाया हो जाएगा.
हिमाचल प्रदेश के विधायकों की उत्तराखंड में मौजूदगी के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए बीएल वर्मा ने कहा कि उनके निष्कासन का मामला सुप्रीम कोर्ट में है और बीजेपी अदालतों का सम्मान करती है.
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