शिमला । हिमाचल (Himachal) में हुए ताजा हिमपात से जनजीवन एक बार अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग (Meteorological Department) के यैलो अलर्ट (Yellow Alert ) के चलते प्रदेश के 8 जिलों में बर्फबारी दर्ज की गई है। वहीं मैदानी इलाकों में अंधड़ के साथ बारिश हुई दर्ज की गई है। राजधानी शिमला शहर में 26 दिन के भीतर तीसरी बार भारी बर्फ गिरी है, जिससे जाखू की पहाड़ियों ने एक बार फिर से सफेद चादर ओढ़ ली है।
मौसम विभाग की दैनिक रिपोर्ट के तहत ताजा हिमपात में सबसे अधिक बर्फबारी मनाली 14 सैंटीमीटर, शिमला में 13.8, कल्पा 7.6 सैंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई है। इसके अतिरिक्त खड़ापत्थर में 8 इंच, चांशल व खिड़की में 7-7 इंच, चौपाल में 6 इंच, कुफरी व नारकंडा में 5-5 इंच और शिमला शहर में 2 इंच ताजा बर्फबारी दर्ज की गई है। इसी तरह चम्बा के भरमौर, किलाड़, पांगी व डलहौजी में 2 से 3 इंच, कांगड़ा जिला के बीड बिलिंग में 4 और बड़ा भंगाल में 6 इंच, कल्पा, मोरंग, नाको, निचार, पूह, कड़छमव सांगला में 2 से 5 इंच, कुल्लू की अटल टनल में 3 से 4 इंच और रोहतांग में 1.8 फुट, लाहौल-स्पीति के कोकसर व सिसु में 3-3 इंच, मंडी जिला के शिकारी माता में 6 इंच, पराशर लेक में 4 इंच, सोलन जिला के चायल में 2 इंच बर्फ गिरी है।
प्रदेश में भारी बर्फबारी के कारण अप्पर शिमला सहित सैंकड़ों गांवों का जिला मुख्यालयों से संपर्क टूट गया है। 3 राष्ट्रीय राजमार्ग व एक स्टेट हाईवे समेत 460 सड़कें बंद हो गई हैं, जिसके कारण लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं रास्तों में फंसे पर्यटकों को भी दिक्कतें उठनी पड़ रही हैं। हालांकि लोक निमार्ण विभाग के कर्मचारी सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी व अन्य मशीनरी तैनात की गई है और सड़कों से बर्फ को हटाया जा रहा है लेकिन बर्फ के लगातार गिरने से सड़कों को बहाल करने में दिक्कतें आ रही है। सड़कों पर बर्फ की मोटी परत जमा होने के कारण सड़कों को खोलना मुश्किल हो रहा है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की दैनिक रिपोर्ट के मुताबिक बर्फबारी से नैशनल हाईवे-5, नैशनल हाइवे-505, नैशनल हाईवे-03 व स्टेट हाईवे-10 बाधित है। इसके अलावा 442 अवरुद्ध सड़कों में शिमला जिला में सबसे ज्यादा 149, लाहौल-स्पीति व कुल्लू में लगभग 200, चम्बा में 53, कांगड़ा में 21, मंडी में 45, सिरमौर में 9 और सोलन जिला में एक सड़क शामिल है। बर्फबारी से 642 बिजली ट्रांसफार्मर भी ठप्प पड़े हैं। सिरमौर जिला में सर्वाधिक 394 ट्रांसफार्मर बंद हैं। शिमला जिला में 106, मंडी में 80, कुल्लू में 53 और किन्नौर में 9 ट्रांसफार्मर बंद हैं। लाहौल-स्पीति में 27 और चम्बा जिला में 11 पेयजल स्कीमें भी प्रभावित हुई हैं।
बारिश-बर्फबारी के कारण पूरे प्रदेश में शीतलहर बढ़ गई है। खासकर बर्फबारी वाले पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है। राज्य भर में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट आई है। शिमला में न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री, सुंदरनगर 6.5, भुंतर 5.2, कल्पा -2, धर्मशाला 5.4, ऊना 7.4, नाहन 8.1, केलांग -4.8, पालमपुर 5, सोलन 3.7, मनाली 0.2, कांगड़ा 8.6, मंडी 8.4, बिलासपुर 5, हमीरपुर 6.8, चम्बा 7.3, डलहौजी -1.3, कुफरह -2, जुब्बड़हट्टी 4.4 और पांवटा साहिब में 10.9 डिग्री दर्ज किया गया है।
मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने कहा है कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से राज्य में बारिश-बर्फबारी हो रही है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को भी रा’य के मैदानी इलाकों में बारिश हो सकती है और इसके साथ ही ऊपरी इलाकों में बर्फबारी होगी। उनका कहना है कि शनिवार यानी 5 फरवरी को पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहेगा। 6 व 7 फरवरी को मैदानी इलाकों में मौसम साफ रहेगा जबकि मध्यवर्ती व उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी होने के आसार हैं।
राज्य सरकार ने बर्फबारी से प्रभावित जिलों के डीसी को अलर्ट भी किया है। इसके तहत जिन जिलों में अधिक बर्फबारी हुई है वहां पर जिला प्रशासन को अतिरिक्त हिदायत बरतने को कहा गया है ताकि बिजली व पानी की व्यवस्था के अलावा सड़कों को शीघ्र यातायात के लिए बहाल किया जा सके। इसके अलावा अधिक बर्फबारी वाले क्षेत्रों को पर्यटकों सहित आम आदमी को न जाने की हिदायत दी गई है।
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