शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव (Himachal Pradesh Chunav Results 2022) के लिए 12 नवंबर को मतदान हुआ था। यहां की 68 सीटों के लिए गुरुवार को सुबह 8.00 बजे से मतगणना शुरू हो चुकी है। कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश में जीत का भरोसा है। पार्टी ने छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) और हरियाणा (Haryana) के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (formerChief Minister Bhupinder Singh Hooda) को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। दोनों नेताओं को चुनाव परिणाम के दिन शिमला में रहने के निर्देश दिए हैं। विधायकों को एकजुट रखने के लिए प्लान बी भी तैयार है।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, पार्टी हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है। सूत्रों का कहना है कि सभी जीतने वाले विधायकों को फौरन भूपेंद्र सिंह हुड्डा से संपर्क करने के निर्देश दिए गए हैं। माना जा रहा है कि पार्टी अपने विधायकों को शिफ्ट कर सकती है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी पर्यवेक्षक बनाए गए हैं, ऐसे में विधायकों को छत्तीसगढ़ शिफ्ट किया जा सकता है ताकि, भाजपा उन्हें नहीं तोड़ पाए। गुजरात के पर्यवेक्षक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त हैं। लेकिन, प्रदेश प्रभारी रघु शर्मा अहमदाबाद में रहेंगे।
हिमाचल में राज बदलेगा या रिवाज, होगा फैसला
गुजरात के साथ ही सबकी निगाहें हिमाचल प्रदेश की ओर यह देखने के लिए टिकी हैं कि इस पर्वतीय राज्य में हर पांच साल पर राज बदलने का रिवाज कायम रहेगा या फिर यह रिवाज बदल जाएगा। बीते 12 नवंबर को संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा जहां विकास के अपने एजेंडे की बदौलत चुनावी सफलता दोहराने की उम्मीद कर रही है। वहीं, मुख्य विपक्षी कांग्रेस मतदाताओं से निवर्तमान सरकार को सत्ता से बेदखल करने की चार दशक पुरानी परंपरा के बने रहने की आशा कर रही है। पर्वतीय राज्य में गुरुवार को 68 निर्वाचन क्षेत्रों में 412 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा, जिनमें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह और पूर्व भाजपा प्रमुख सतपाल सिंह सत्ती शामिल हैं।
कांग्रेस के लिए ज्यादा अहम
पिछले दो चुनावों में लचर प्रदर्शन करने वाली कांग्रेस के लिए भाजपा से हिमाचल प्रदेश छीनना अपने अस्तित्व का सवाल है। कांग्रेस के लिए यह और भी अहम है, क्योंकि 24 साल बाद गांधी परिवार के बाहर के किसी व्यक्ति (मल्लिकार्जुन खड़गे) ने पार्टी की कमान संभाली है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रचार से पूरी तरह दूर रहे।
कांग्रेस की पिछले साल नौ राज्यों में हार
कांग्रेस ने 2021 में पश्चिम बंगाल, केरल, असम, पुडुचेरी और इस साल पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर समेत नौ राज्यों में हार झेली है। भाजपा के लिए हिमाचल प्रदेश में जीत प्रधानमंत्री मोदी की एक और उपलब्धि होगी, जिन्होंने पार्टी के संदर्भ में सत्ता समर्थक लहर का नारा दिया है।
हर बार सत्ता बदलने का इतिहास
हिमाचल प्रदेश का हर बार सत्ता बदलने का इतिहास रहा है। हिमाचल प्रदेश में जीत अगले साल नौ राज्यों में होने वाले चुनावों तथा 2024 के आम चुनाव में भी भाजपा की संभावनाओं को बल देगी। इसमें हिंदी पट्टी के प्रमुख राज्य राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश शामिल हैं।
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