शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री (Himachal CM) जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) ने एक उदाहरण पेश करते हुए अपने नए 16-सीटर हेलिकॉप्टर (Helicopter) को हिमालय की ऊंचाई पर फंसे कम से कम 66 लोगों को सुरक्षित निकालने (Evacuate people safely) के लिए तैनात (Deploys) किया है।
रविवार को मौसम साफ होने के बाद, ठाकुर ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे पर्यटकों सहित लोगों को निकालने के लिए अपनी पहली उड़ान में उनका हेलिकॉप्टर तैनात करें, जो पांच दिनों के लिए लाहौल-स्पीति जिले में सड़कों के बंद होने के कारण फंसे हुए हैं।
अपनी दिन भर की चार उड़ानों में, हेलिकॉप्टर टांडी से लगभग सभी फंसे हुए लोगों को निकालेगा और उन्हें बारिंग और कुल्लू छोड़ देगा, जहां से उन्हें सड़क मार्ग से सार्वजनिक परिवहन में उनके गंतव्य तक भेजा जाएगा।
दरअसल, लाहौल-स्पीति के जिला मुख्यालय केलांग पहुंचे ठाकुर ने शनिवार को जारी राहत और बचाव कार्यों की देखरेख के लिए राज्य की राजधानी पहुंचने के लिए रविवार को अपने पुराने हेलिकॉप्टर से यात्रा करने का फैसला किया ताकि नए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए किया जा सके।
नई दिल्ली, पंजाब, ओडिशा और महाराष्ट्र के पर्यटकों सहित कुल 221 लोगों को शनिवार तक विभिन्न स्थानों से सड़क मार्ग से बचाया गया। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) और स्थानीय प्रशासन की टीमों को बचाव अभियान के लिए तैनात किया गया है।
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि इससे पहले खराब मौसम के कारण फंसे हुए लोगों को एयरलिफ्ट नहीं किया जा सका था। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर नया भाड़े का हेलीकॉप्टर कुल्लू शहर में तैनात था ताकि मौसम साफ होने पर इसे लोगों को एयरलिफ्ट करने में लगाया जा सके। 27 जुलाई को बादल फटने के बाद जिला मुख्यालय केलांग से करीब 15 किलोमीटर दूर उदयपुर अनुमंडल के तोजिंग नदी में अचानक आई बाढ़ में सात लोग बह गए। तीन लोग अब भी लापता हैं।
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