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    कंगना के समर्थन में उतरे हिमाचल के मुख्यमंत्री, बोले बेटी का अपमान सहन नहीं करेंगे

  • September 10, 2020

    • ‘विचारधारा बेचकर शिवसेना से सोनिया सेना बन गए’
    • कंगना मसले पर राज्यपाल कोश्यारी नाराज
    • ‘तुम सिर्फ वंशवाद का एक नमूना हो’

    शिमला। मुंबई में कंगना रनौत के घर में बीएमसी के तोड़फोड़ के बाद उठे बवाल के बीच हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुलकर अभिनेत्री के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कंगना के खिलाफ अभियान को हिमाचल की बेटी का अपमान बताया है। बता दें कि बीएमसी ने पाली हिल स्थित कंगना के घर में अवैध निर्माण का हवाला देते हुए तोड़फोड़ की थी। कंगना के खिलाफ बीएमसी की कार्रवाई के बाद अनुपम खेर समेत कई फिल्मी हस्तियां उनके समर्थन में आ गई हैं।
    जयराम ठाकुर ने ट्वीट किया कि हम हिमाचल की बेटी का अपमान सहन नहीं कर सकते। महाराष्ट्र सरकार ने हिमाचल की बेटी कंगना रनौत के साथ जो राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से अत्याचार किया है यह अत्यंत चिंताजनक एवं निंदनीय है। हमारी सरकार व देश की जनता इस घटनाक्रम में हिमाचल की बेटी कंगना के साथ खड़ी है।

    फिर से हो रही है दफ्तर की मरम्मत!
    बता दें कि बीएमसी ने कंगना के दफ्तर को अवैध निर्माण बताते हुए बुलडोजर चलाया था जिस पर अभिनेत्री काफी नाराज हैं। आज गुरुवार को उनकी बहन रंगोली ने ऑफिस जाकर जायजा लिया। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि दफ्तर की फिर से मरम्मत की जा रही है।
    इस बीच कंगना रनौत ने उद्धव सरकार के खिलाफ एक के बाद एक ट्वीट किए। उद्धव ठाकरे को वंशवाद का नमूना और शिवसेना को सोनिया सेना तक बोल दिया। कंगना ने ट्वीट किया, ‘जिस विचारधारा पर बाला साहेब ठाकरे ने शिवसेना का निर्माण किया था आज वह सत्ता के लिए उसी विचारधारा को बेचकर शिवसेना से सोनिया सेना बन चुके हैं, जिन गुंडों ने मेरे पीछे से मेरा घर तोड़ा उनको सिविक बॉडी मत बोलो, संविधान का इतना बड़ा अपमान मत करो।’
    कंगना रनौत ने गुरुवार को ट्वीट करके कहा है, ‘तुम्हारे पिताजी के अच्छे कर्म तुम्हें दौलत तो दे सकते हैं मगर सम्मान तुम्हें खुद कमाना पड़ता है, मेरा मुंह बंद करोगे मगर मेरी आवाज मेरे बाद सौ फिर लाखों में गूंजेगी, कितने मुंह बंद करोगे? कितनी आवाज़ें दबाओगे? कब तक सच्चाई से भागोगे तुम कुछ नहीं हों सिर्फ वंशवाद का एक नमूना हो।’
    इस बीच प्रदेश के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भी मामले पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने इसे लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रमुख अडवाइजर अजॉय मेहता को तलब किया है। बताया जा रहा है कि मामले को लेकर गवर्नर केंद्र सरकार को एक रिपोर्ट पेश करने की भी योजना बना रहे हैं। गौरतलब है कि राज्य सरकार के खिलाफ बयान देने के बाद कंगना रनौत के ऑफिस को बीएमसी ने ढाह दिया था।

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