• img-fluid

    Himachal: लापता हुए 17 ट्रैकर्स में से 11 की मौत, 2 की बची जान, 4 अब भी लापता

  • October 23, 2021

    किन्नौर। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में लापता हुए पर्यटकों, कुलियों और गाइडों सहित 17 ट्रैकर्स (Trackers) के समूह में से 11 लोगों की मौत हो चुकी है। इन लोगों के लापता होने की सूचना मिलने के बाद, वायु सेना (Air Force) ने लमखागा दर्रे (Lamkhaga Pass) पर बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू किया और अब तक 11 शव बरामद किए हैं। दो को बचा लिया गया है, जबकि चार अब भी लापता हैं और उनकी तलाश की जा रही है।

    भारी बर्फबारी (Snowfall) और खराब मौसम (Bad weather) के बीच यह समूह 18 अक्टूबर को लापता हो गया था। टैकर्स के लापता होने की जानकारी मिलने के बाद भारतीय वायु सेना ने 20 अक्टूबर को बचाव कार्य शुरू किया था. बताया जाता है कि ये ट्रैकर्स 14 अक्टूबर को उत्तराखंड के उत्तरकाशी से सटे हर्षिल से हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में चितकुल के लिए निकले थे, लेकिन वे 17 से 19 अक्टूबर के बीच लमखागा दर्रे के आसपास लापता हो गए थे।


    लापता ट्रैकर्स का पता लगाने के लिए नेशनल डिजास्टर रेस्क्यू फोर्स (एनडीआरएफ) के तीन कर्मियों को लगाया गया है और हल्‍के हेलीकॉप्‍टर (एएलएच) के जरिए ऊंची पहाड़ियों पर रेस्‍क्‍यू चलाया जा रहा है। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक 21 अक्टूबर को, एसडीआरएफ के सदस्‍यों ने 4 शव बरामद कर लिए थे. इस बीच, 22 अक्टूबर को एएलएच ने एक जीवित व्यक्ति को बचाया और 16500 फीट की ऊंचाई पर 7 शव बरामद किए गए. चार लोगों के बारे में अभी भी कोई जानकारी नहीं मिली है. अधिकारियों ने शव को स्थानीय पुलिस को सौंप दिया और बचे लोगों को हरसिल में प्राथमिक उपचार के बाद उत्‍तरकाशी के जिला अस्पताल, उत्तरकाशी में भर्ती करा दिया गया।

    कहां से थे सभी लोग
    पश्चिम बंगाल और अन्य स्थानों के आठ पर्यटकों का दल मोरी सांकरी की एक ट्रैकिंग एजेंसी के माध्यम से 11 अक्‍टूबर को हर्षिल से रवाना हुआ था. दल ने बाकायदा वन विभाग उत्तरकाशी से 13 से 21 अक्टूबर तक लमखागा के पास तक ट्रैकिंग करने के लिए इनर लाइन परमिट भी लिया था. 17 से 19 अक्टूबर तक मौसम खराब होने के कारण यह दल भटक गया। ट्रैकिंग दल से कोई संपर्क न होने पर सुमित हिमालयन ट्रैकिंग टूर एजेंसी ने उत्तराखंड सरकार और हिमाचल प्रदेश सरकार से पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए सूचना दी। किन्नौर जिला प्रशासन को बुधवार को इस दल के लापता होने की सूचना मिली थी।

    ये लोग थे दल में शामिल
    टीम के सदस्यों की पहचान दिल्ली की अनीता रावत(38) पश्चिम बंगाल के मिथुन दारी (31) तन्मय तिवारी (30), विकास मकल (33) सौरभ घोष (34) सावियन दास (28), रिचर्ड मंडल (30), सुकेन मांझी (43) के तौर पर हुई है. खाना पकाने वाले कर्मचारियों की पहचान देवेंद्र (37), ज्ञान चंद्र (33) और उपेंद्र (32) के रूप में हुई है, जो उत्तरकाशी के पुरोला के रहने वाले हैं।

    Share:

    'भगत सिंह की किताब रखना गैरकानूनी नहीं', नक्सलवाद के आरोप में नौ साल बाद बरी हुए पिता-पुत्र

    Sat Oct 23 , 2021
    बेंगलुरु। कर्नाटक (Karnataka) के दक्षिण कन्नड़ जिले (Dakshina Kannada District) से साल 2012 में नक्सलियों (Naxals) की मदद के आरोप में गिरफ्तार हुए आदिवासी पिता-पुत्र को जिला न्यायालय ने बरी कर दिया है। मामले में पुलिस यह साबित नहीं कर सकी कि दोनों के तार नक्सलियों से जुड़े हुए हैं, जिसके चलते कोर्ट ने अपना […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    शनिवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved