नई दिल्ली। वेतन वृद्धि के लिहाज से नौकरीपेशा के लिए यह साल पिछले पांच वर्षों में सबसे अच्छा रहने वाला है। इस साल घरेलू कंपनियां अपने कर्मचारियों के वेतन में 9.9 फीसदी तक इजाफा कर सकती हैं, जो 2016 में 10.2 फीसदी वृद्धि के बाद सबसे ज्यादा है। पिछले साल यानी 2021 में कर्मचारियों के वेतन में 9.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी।
ग्लोबल प्रोफेशनल सर्विसेज फर्म एऑन ने अपनी 26वीं वेतन वृद्धि सर्वे में कहा कि ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका को मिलाकर बने 5 देशों के समूह ब्रिक्स में सबसे अधिक वेतन इस साल भारत में ही बढ़ने की उम्मीद है। ब्राजील में इस साल कर्मचारियों के वेतन 5 फीसदी, रूस में 6.1 फीसदी और चीन में 6 फीसदी बढ़ोतरी का अनुमान है। यह सर्वे रिपोर्ट 40 से अधिक उद्योगों की 1,500 कंपनियों के आंकड़ों के विश्लेषण पर आधारित है।
2016 के बाद इकाई अंकों में बढ़ा वेतन
ई-कॉमर्स में सबसे ज्यादा वृद्धि
इन वजहों से होगा इजाफा
सर्वे के मुताबिक, कंपनियों की वित्तीय स्थिति में मजबूत सुधार और कारोबारी धारणा सकारात्मक होने की वजह से कंपनियां इस साल रिकॉर्ड वेतन वृद्धि करने वाली हैं। कंपनियां एक जुझारू कार्यबल बनाने के लिए नए युग की क्षमताओं में निवेश करने की योजना बना रही हैं। महामारी के दौरान नौकरी छोड़ने की दर तेजी से बढ़ी है। इसलिए कंपनियां अपने ऊर्जावान और कुशल कर्मचारियों को रोकने के लिए भी वेतन वृद्धि का सहारा ले रही हैं।
नौकरी छोड़ने की दर 2 दशक में सर्वाधिक
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 में कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर 21 फीसदी रही थी, जो दो दशकों में सबसे ज्यादा है। 2020 में यह दर 12.8 फीसदी थी। एऑन ह्यूमन कैपिटल सॉल्यूशंस के सीईओ एवं पार्टनर नितिन सेठी ने कहा कि कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर को देखते हुए वेतन वृद्धि कंपनियों को लिए दोधारी तलवार की तरह है। वहीं, कर्मचारियों के लिए उथल-पुथल भरे दौर में यह एक अच्छी खबर है।
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