भोपाल। ग्वालियर में चुनावी बुखार सिर चढ़कर बोल रहा है। यही कारण है कि कांग्रेस में महापौर पद के लिए कांग्रेस विधायक की पत्नी शोभा सिकरवार के नाम पर सहमति बनते ही कांग्रेस जिलाध्यक्ष नाराज हो गए। वह गुस्से में तनतनाते हुए पर्यवेक्षक के सामने ही बैठक छोड़कर बाहर निकल गए। खबर तो यह भी है कि उन्होंने इस्तीफे तक की बात कह डाली। बंद कमरे में चल रही बैठक में हाई वोल्टेज ड्रॉमा हो गया। इसके बाद विधायक प्रवीण पाठक व कांग्रेस नेता सुनील शर्मा बाहर निकले और जिलाध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा को किसी तरह मनाकर अंदर लेकर आए। इसके बाद जिला सदर उखड़े-उखड़े से नजर आए हैं। जिलाध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि बैठक में तय करके सिंगल नाम प्रदेश पदाधिकारियों को भेजना है। यह साफ है कि कोई थोपा हुआ नाम बर्दाश्त नहीं होगा।
ग्वालियर में नगर निगम चुनाव में महापौर पद के लिए प्रत्याशी का चयन होना है। इसके लिए नगरीय निकाय चुनाव प्रभारी पर्यवेक्षक वरिष्ठ नेता मुकेश नायक ग्वालियर पहुंचे हैं। रविवार दोपहर कांग्रेस कार्यालय में सभी वरिष्ठ नेताओं व संभावित उम्मीदवारों की मौजूदगी में बैठक हुई है। बैठक में एक-एक कर संभावित नामों पर चर्चा हो रही थी। जिसमें कांग्रेस जिलाध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा की पत्नी रीमा शर्मा, भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए और विधायक बने सतीश सिकरवार की पत्नी शोभा सिकरवार, कांग्रेस नेता सुनील शर्मा की पत्नी का नाम चल रहा था। इसी दौरान तेजी से कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार की पत्नी शोभा सिंह सिकरवार का नाम जब सामने आया तो कांग्रेस के जिलाध्यक्ष देवेंद्र शर्मा बिफर गए और अचानक बैठक से उठकर जाने लगे उन्हें समझाने की कोशिश की गई। सूचना तो यहां तक है कि उन्होंने नाराजगी में इस्तीफा तक की बात कर दी थी। हालांकि उसकी कोई पुष्टि नहीं कर रहा है। बाद में वह बैठक में तो शामिल हुए लेकिन उन्होंने स्पष्ट कह दिया कि कांग्रेस में महापौर पद के लिए कोई थोपा हुआ नाम उन्हें मंजूर नहीं है। बैठक में नगरी निकाय चुनाव के प्रभारी मुकेश नायक, जिलाध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा, कांग्रेस के विधायक सतीश सिकरवार विधायक प्रवीण पाठक, पूर्व मंत्री लाखन सिंह, कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह, रश्मि पवार शर्मा, कांग्रेस के महासचिव सुनील शर्मा, सहित कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।
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