नई दिल्ली। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnav) ने बुधवार को संसद को बताया कि इंटीग्रल कोच फैक्टरी, चेन्नई (Integral Coach Factory, Chennai) में बीईएमएल (BEML) के साथ मिलकर हाई-स्पीड ट्रेन सेट (High-speed train set) का डिजाइन बनाया जा रहा है और निर्माण किया जा रहा है, जिसकी गति 280 किलोमीटर प्रति घंटा होगी।
वैष्णव ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत वंदे भारत ट्रेनों की सफलता के बाद, भारतीय रेलवे (आईआर) (Indian Railways- IR) ने अब हाई-स्पीड ट्रेन सेट का डिजाइन बनाना और निर्माण शुरू कर दिया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों सुधीर गुप्ता और अनंत नायक द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ”निर्माण लागत लगभग 28 करोड़ रुपये प्रति कार (करों को छोड़कर) है, जो अन्य ट्रेन सेट की तुलना में काफी प्रतिस्पर्धी है।”
मंत्री ने कहा, ”हाई-स्पीड ट्रेन सेट का डिजाइन और निर्माण एक जटिल और गहन प्रौद्योगिकी वाली प्रक्रिया है।” उन्होंने प्रमुख तकनीकी पहलुओं पर भी प्रकाश डाला। इनमें वायुगतिकीय, वायुरोधी कार बॉडी का डिजाइन और निर्माण, उच्च गति के अनुप्रयोग के लिए प्रणोदन सहित इलेक्ट्रिक्स का डिजाइन और निर्माण, ट्रेन सेटों का वजन अनुकूलन और ट्रेनों की हीटिंग, वेंटिलेशन और वातानुकूलन शामिल है।
मंत्री ने जापान के साथ तकनीकी और वित्तीय सहायता के साथ निष्पादित की जा रही मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (एमएएचएसआर) परियोजना पर ताजा जानकारी भी प्रदान की। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के तहत अब तक 336 किलोमीटर पियर फाउंडेशन, 331 किलोमीटर पियर निर्माण, 260 किलोमीटर गर्डर कास्टिंग और 225 किलोमीटर गर्डर लॉन्चिंग पूरी हो चुकी है।
उन्होंने कहा, ”समुद्र के नीचे सुरंग (लगभग 21 किलोमीटर) का काम भी शुरू हो गया है।” रेल मंत्री ने कहा कि 508 किलोमीटर लंबी एमएएचएसआर परियोजना में मुंबई, ठाणे, विरार, बोईसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आणंद, अहमदाबाद और साबरमती में 12 स्टेशन बनाए जाएंगे और इसके लिए आवश्यक पूरी भूमि (1,389.5 हेक्टेयर) का अधिग्रहण कर लिया गया है।
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