- गेहूँ सहित अन्य उपज खरीदने के बाद शेडों से नहीं हटाते अपना माल
- दो साल पहले मंडी समिति ने नोटिस जारी किए थे, इस बार नहीं
उज्जैन। कृषि उपज मंडी, थोक फल-सब्जी मंडी के लिए 11 हाइराईज शेड का स्थानीय व्यापारियों द्वारा दुरुपयोग किया जा रहा है, जिससे नीलामी के लिए किसानों को अनाज रखने में परेशानी हो रही है। इसी तरह के अवैध कब्जों को लेकर दो साल पहले मंडी समिति ने व्यापारियों को नोटिस जारी किए थे लेकिन इस बार अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। उल्लेखनीय है कि उज्जैन कृषि मंडी में हाइराईज शेड बनाये गए थे क्योंकि यह उज्जैन सम्भाग की बड़ी मंडी है, जिसमें पूरे समभाग के किसानों की फसलों की नीलामी की जाती है और इसके लिए इस प्रकार के हाइराईज शेड बनाये गए थे।
हाइराईज शेड बनाने का मकसद किसानों की फसल मंडी में लाये जाने पर मौसमी प्रभावों से खराब न हो और सुविधाजनक तरीके से उसकी नीलामी की जा सके। नियम यह है कि व्यापारी को अपनी खरीदी गई फसल को 24 घंटे में वहां से उठवाकर अपने गोदामों में ले जाना चाहिए, अन्यथा 10 रुपये बोरी प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना लगाया जाता है एवं उनकी नीलामी में खरीदी पर भी प्रतिबंध लगाया जा सकता है। साल 2020 में समर्थन मूल्य की खरीदी के दौरान भी कई व्यापारियों ने इसी तरह खरीदी गई उपज की बोरियाँ शेड में रखकर कब्जे कर लिए थे, इसके बाद मंडी समिति ने उन्हें नोटिस जारी किए थे और समय सीमा में शेड खाली नहीं करने पर नियमानुसार कार्रवाई करने के लिए भी कहा था। उसके बाद से इस तरह की कोई कार्रवाई मंडी प्रशासन ने नहीं की है। यही कारण है कि मंडी के अधिकांश हाईराईज शेड आज भी व्यापारियों के खरीदे गए अनाज की बोरियों से भरे नजर आ रहे हैं।