नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने शनिवार को झांसी जिले में एक मेडिकल कॉलेज के बच्चों के वार्ड में आग लगने की घटना की जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया है. यूपी स्वास्थ्य विभाग की हाई पावर जांच कमेटी गठित की गई है. इसमें डीजी चिकित्सा शिक्षा की अध्यक्षता में 4 सदस्य शामिल रहेंगे. घटना को लेकर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, अपर निदेशक विद्युत चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं, डीजी अग्निशमन द्वारा नामित अधिकारी भी सदस्य जांच करेंगे और अगले 7 दिन में मामले की विस्तृत जांच रिपोर्ट शासन को देंगे.
दरअसल, झांसी में स्थित बुंदेलखंड क्षेत्र के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में से एक महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू वार्ड में शुक्रवार रात करीब 10.45 बजे आग लग गई. शुरुआती कारण बिजली का शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है. इस घटना में 10 नवजात बच्चों की जलकर मौत हो गई. वहीं कई बच्चे घायल भी बताए जा रहे हैं. मेडिकल कॉलेज ने बताया कि हादसे के समय 52 से 54 बच्चे NICU में भर्ती थे, जिनमें से 10 की मौत हो गई और 16 का इलाज चल रहा है.
झांसी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने पीटीआई को बताया कि शनिवार को सात शिशुओं का पोस्टमार्टम किया गया, जबकि तीन का पोस्टमार्टम नहीं किया जा सका, क्योंकि उनके माता-पिता की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है. वहीं सरकार ने उन रिपोर्टों को भी खारिज कर दिया जिनमें कहा गया था कि अस्पताल में अग्निशामक यंत्र एक्सपायर हो चुके थे.
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने मीडिया की उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया कि मेडिकल कॉलेज में अग्निशामक यंत्र एक्सपायर हो चुके थे. उन्होंने एक बयान में कहा, “मेडिकल कॉलेज में सभी अग्निशमन उपकरण पूरी तरह से ठीक थे.” उन्होंने कहा कि फरवरी में मेडिकल कॉलेज में अग्नि सुरक्षा ऑडिट किया गया था और जून में एक मॉक ड्रिल आयोजित की गई थी. मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. नरेंद्र सिंह सेंगर ने भी आरोपों को निराधार बताया.
यूपी की योगी सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है और घायलों को 50 हजार की सहायता राशि दी जाएगी.वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने की घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved