- विवाद के बीच कांगे्रस नेता ने लिखा राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू को पत्र
भोपाल। लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर की गई टिप्पणी पर माफी मांगने के बाद भी देश की सियासत गरमाई हुई है। विवाद के बीच मप्र कांग्रेस के नेता एवं लोकसभा में भिंड से पार्टी के प्रत्याशी रह चुके देवाशीष जरारिया ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर ‘राष्ट्रपतिÓ शब्द को जेंडर न्यूट्रल (लैंगिक तटस्थ) करने की मांग की है। देवाशीष ने राष्ट्रपति को भेजे पत्र में लिखा है कि ‘ देश में आपको संबोधित करने को लेकर जो विवाद की स्थिति बनी है, वो निराशाजनक है। मेरी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस के लोकसभा के नेता अधीर रंजन चौधरी जी द्वारा, संसद में आपको संबोधित करने के दौरान लैंगिक त्रुटि हुई। इसके लिए उन्होंने तत्काल माफी भी मांगी।
देश का नागरिक एवं पार्टी कार्यकर्ता होने के नाते मैं भी क्षमा प्रार्थी हूं। भारत एक बहुभाषी देश है। भारत की संसद में ऐसे अनेकों सांसद हैं, जिनकी हिंदी अच्छी नहीं है, या उन्हें आती नहीं है। अधीर रंजन चौधरी भी पश्चिम बंगाल राज्य से आते हैं। उनकी हिंदी भाषा पर पकड़ इतनी मजबूत भी नहीं है। एक गैर हिंदी भाषी के व्याकरण त्रुटि को आपके अनादर से जोडऩा उन करोड़ों भारतीयों के लिए अपमानजनक है, जिनकी प्रथम भाषा या मातृभाषा हिंदी नहीं है। देश के वर्तमान हालातों में मुद्दे जैसे महंगाई, बेरोजगारी से ध्यान हटा कर व्याकरण त्रुटि पर ले जाया जा रहा है। भारत के आम नागरिक होने के नाते इस विषय को खत्म करने के लिए राष्ट्रपति शब्द को लैंगिक तटस्थ करने की जरूरत है। जिस तरह से अंग्रेजी में चेयरमेन शब्द के स्थान पर चेयरपर्सन का इस्तेमाल किया जाने लगा है। बेट्समैन के स्थान पर बैटर शब्द का इस्तेमाल किया जा रहा है। भारत में आपके बाद भी कई भारतीय महिलाएं देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होंगी। इस बेवजह के विवाद को हमेशा के लिए समाप्त करने के लिए आप स्वयं आगे आएं और राष्ट्रपति शब्द को किसी लैंगिक तटस्थ शब्द से बदल दें।