भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वीरांगना रानी दुर्गावती ने धर्म और स्वराज के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। भारत के शौर्य और स्वाभिमान की प्रतीक वीरांगना रानी दुर्गावती की गौरव यात्रा 5 स्थानों से निकाली जाएंगी, जो 26 जून को शहडोल पहुँचेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 जून को शहडोल में गौरव यात्रा का समापन करेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बालाघाट से वीरांगना रानी दुर्गावती की वीरता एवं बलिदान गाथा को जन-जन तक पहुँचाने के लिए गौरव यात्रा का शुभारंभ किया। बालाघाट से गौरव यात्रा को लेकर केंद्रीय इस्पात एवं ग्रामीण राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते रवाना हुए। रानी दुर्गावती गौरव यात्राएँ 4 अन्य स्थानों छिंदवाड़ा, दमोह के सिंगरामपुर, सीधी के धौहनी एवं यूपी के कलिंजर फोर्ट से आज प्रारंभ हुईं। यह यात्राएँ रानी दुर्गावती के जीवन से जुड़े सभी प्रमुख स्थानों से होकर गुजरेगी।
3 हजार तक होगी लाड़ली बहना की राशि
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना में एक हजार रूपये की राशि बहनों के खातों में अंतरित की जा रही है। आगामी समय में इस राशि को बढ़ाकर धीरे-धीरे 1250, 1500, 1750, 2000, 2250, 2500, 2750 और 3000 रूपये कर दिया जाएगा। प्रदेश में रोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। बड़ी संख्या में सरकारी पदों पर भर्ती की जा रही है। स्व-रोजगार योजनाओं का फायदा दिया जा रहा है और अब युवाओं के लिए मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना प्रारंभ की गई है। इसमें पढ़े-लिखे युवाओं को कार्य सीखने के साथ ही प्रतिमाह 8 हजार से 10 हजार रूपये तक मानदेय दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार कक्षा 12वीं के मेधावी बच्चों को लैपटॉप दे रही है। विद्यालयों में प्रथम आने वाली भांजियों को स्कूटी दी जा रही है। अब सरकार ने निर्णय लिया है कि भांजों को भी स्कूटी दी जाएगी।
गरीबों का जीवन बदला: वीडी शर्मा
सांसद वी.डी. शर्मा ने कहा कि मध्य प्रदेश में सरकार हर गरीब के जीवन को बदलने का अभियान चला रही है। हर गरीब को सशक्त और सक्षम बनाना है। सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण हमारी सरकार के प्रमुख लक्ष्य हैं। प्रदेश में हर गरीब के सर पर पक्की छत की व्यवस्था की गई है, साढ़े 3 करोड़ गरीबों को मकान उपलब्ध करा दिया गया है। बीमारी के इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना में निजी अस्पतालों में भी वर्ष में 5 लाख रूपये तक के इलाज की सुविधा दी जा रही है।
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