एक दोपहिया पर पांच-पांच बच्चे लादकर ले जाने की मजबूरी से जूझते पालक… उस पर भी पुलिसिया कहर
इंदौर। पहले प्रवासी भारतीय सम्मेलन, फिर इंवेस्टर्स समिट (Overseas Indian Conference, then Investors Summit) और अब जी-20 सम्मेलन (G-20 Summit) के दौरान हेरिटेज वाक का कौतुक… अतिथियों के सत्कार के नाम पर रहवासियों के साथ भी कई जगह ज्यादती होती नजर आती है। जी-20 सम्मेलन में आने वाले अतिथियों के लिए आज मध्य क्षेत्र में हेरिटेज वॉक का कार्यक्रम रखा गया था। यह वॉक सुबह साढ़े 8 बजे होना थी, लेकिन सुबह 6 बजे से ही मार्ग बंद कर दिए गए। इस कारण लोगों को काफी परेशानी उठाना पड़ी। खासतौर पर स्कूली बच्चे सर्वाधिक प्रभावित नजर आए, जबकि सुबह साढ़े 8 बजे शुरू होने वाली हेरिटेज वॉक सुबह 9 बजे तक शुरू हो पाई और इस दौरान भी इसमें गिनती के अतिथि शामिल थे।
विदेशी अतिथियों की हेरिटेज वाक के दौरान पुलिस द्वारा मार्ग बंद किए जाने से स्कूली बच्चे परेशान नजर आए। मध्य क्षेत्र में स्कूली बसों को बंद कर दिया गया। इस कारण पालक अपने दोपहिया वाहनों पर बच्चों को लादकर स्कूली ले जाने लगे। इस दौरान एक-एक वाहन पर पांच-पांच बच्चे सवार थे, जिन्हें पुलिस ने रोककर जहां चालान बनाने का डर दिखाया, वहीं कई जगह मार्ग परिवर्तन का भी दबाव डाला।
पहले से ही सूचना दे देते तो बच्चे नहीं होते परेशान
हेरिटेज वॉक को देखते हुए बोलिया सरकार की छत्री से राजबाड़ा तक जहां मार्ग बंद किए, वहीं चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात थी। हेरिटेज वॉक के दौरान राजबाड़ा पर वाहनों को प्रवेश नहीं दिया गया और सुबह से ही वाहनों को प्रवेश रोक दिया गया, जिस कारण राजबाड़ा जाने वाले वाहन चालक परेशान हुए। इतना ही नहीं, साइकिल वालों तक को राजबाड़ा क्षेत्र में प्रवेश नहीं दिया गया। आम लोगों के साथ वाहनों को प्रवेश नहीं देने के कारण सबसे ज्यादा परेशान स्कूल जाने वाले बच्चे हुए। यदि प्रशासन पूर्व से ही मार्ग बंद करने के समय की जानकारी दे देता तो पालक वैकल्पिक व्यवस्था के लिए तैयार रहते।
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