नई दिल्ली: भाजपा सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) के दावे के बाद हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की पत्नी विधायक और मंत्रियों की बैठक (meeting of MLAs and ministers) में नजर आई हैं. बता दें कि निशिकांत दुबे ने दावा किया था कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) उनकी जगह ले सकती हैं. दिल्ली के ठिकाने पर रेड के बाद हेमंत सोरेन गायब हो गये थे. मंगलवार को वह अपने रांची स्थित आवास पर पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं. बैठक में उनकी पत्नी भी मौजूद हैं. बता दें कि ईडी ने उनके आवास से एक बीएमडब्लू कार और कैश जब्त किए हैं.
हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन हालांकि विधायक नहीं हैं, लेकिन वह बैठक में मौजूद हैं. ऐसा माना जा रहा है कि कल्पना सोरेन मुख्यमंत्री पद संभालेंगी. पार्टी नेताओं का कहना है कि उनके पास कोई वास्तविक चुनौती नहीं है और पार्टी में सभी लोग उन्हें स्वीकार करेंगे.
गांडेय के विधायक सरफराज अहमद ने दिया था इस्तीफा
इस योजना को अमल में लाने के लिए जेएमएम विधायक सरफराज अहमद ने गांडेय विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है. अहमद गांडेय निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार विधायक हैं. वह दो बार कांग्रेस के टिकट पर चुने गए और 2019 के चुनावों से ठीक पहले झामुमो में चले गए थे. इससे पहले, अहमद के इस्तीफे से अफवाहें उड़ी थीं कि हेमंत सोरेन की पत्नी झारखंड के मुख्यमंत्री का पद संभाल सकती हैं।
इसके पहले भी निशिकांत दुबे ने ट्वीट किया था, “झारखंड के गांडेय से विधायक सरफराज अहमद ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है और उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है. जल्द ही, हेमंत सोरेन-जी भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन-जी मुख्यमंत्री का पद संभालेंगी.” अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, योजना कल्पना सोरेन को गांडेय से उपचुनाव में निर्वाचित कराने की है.
कौन हैं कल्पना सोरेन?
कल्पना ओडिशा के मयूरभंज जिले की रहने वाली हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का गृह जिला है. 43 वर्षीय कल्पना सोरेन के पास एमबीए और इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर की डिग्री है. सूत्रों का कहना है कि “कल्पना अच्छी तरह से पढ़ी-लिखी और आत्मविश्वासी हैं. झामुमो में सभी उन्हें पसंद करते हैं. अंदर या बाहर से कोई विरोध नहीं होना चाहिए.” उनका इशारा हेमंत के छोटे भाई और विधायक बसंत सोरेन की ओर था.
उनके मुताबिक, कल्पना जैविक खेती करती हैं और एक स्कूल चलाती हैं. उनके अनुसार, कांग्रेस – 17 सीटों के साथ झामुमो की सहयोगी – के पास आंतरिक मुद्दे हैं और वह सीएम की कुर्सी पर दावा करने की स्थिति में नहीं है. दूसरे सहयोगी दल राजद के पास सिर्फ एक सीट है.
अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, कल्पना कई मामलों में हेमंत को सलाह देती रही हैं. दिल्ली पुलिस को चकमा देकर रांची लौटने के बाद मंगलवार की सुबह रांची में विधायकों के साथ हुई हेमंत की बैठक में वह भी मौजूद थीं.
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