नई दिल्ली: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को रांची स्थित ईडी कार्यालय से पीएमएलए कोर्ट लाया गया, जहां उनकी पेशी हुई. कथित भूमि घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें कल रात गिरफ्तार किया था. कोर्ट ने सोरेन को एक दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा है. इस मसले पर शुक्रवार को दोबारा सुनवाई होगी. जिस समय रांची की स्पेशल कोर्ट में हेमंत सोरेन को पेश किया गया उस समय वह आत्मविश्वास में दिखाई दिए. वह मुस्कुराते और हाथ हिलाते हुए दिखाई दिए.
ED ने कोर्ट से 10 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया. सोरेन को एक दिन के न्यायिक हिरासत में भेजे जाने की वजह ये है कि कल इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई होनी है. इसलिए कोर्ट ने उन्हें सिर्फ न्यायिक हिरासत में भेजा है. ईडी की रिमांड नहीं दी गई है. शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट इस पर जो निर्णय करेगा उसके आधार पर ही स्पेशल कोर्ट रिमांड तय करेगी. बताया जा रहा है कि हेमंत सोरेन को रांची की बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल ले जाए जाने की संभावना है. इसी जेल में बंद आईएएस अधिकारी छवि रंजन भी कैद हैं.
एजेंसी का दावा है कि सोरेन राज्य में कथित तौर पर 600 करोड़ रुपये के भूमि घोटाले में सीधे तौर पर शामिल हैं. हेमंत सोरेन भूमि के अधिग्रहण और कब्जा करने में शामिल रहे. सोरेन ने ईडी को ओर से अपनी गिरफ्तारी को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. उन्होंने पहले झारखंड हाईकोर्ट का रुख किया था, लेकिन याचिका वापस ले ली गई. शीर्ष अदालत के सामने अपनी याचिका में सोरेन ने कहा कि ईडी ने अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया है और लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित राज्य सरकार को अस्थिर करने के लिए दुर्भावनापूर्ण तरीके से काम किया है.
सबूत मिले इसलिए हेमंत सोरेन के खिलाफ हुई कार्रवाई- बीजेपी नेता
हेमंत सोरेन के खिलाफ ईडी की कार्रवाई पर बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि सबूत मिले थे इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की गई. राहुल गांधी को उस व्यक्ति का नाम बताना चाहिए जो निर्दोष था और गिरफ्तार किया गया. आरोपियों को सजा मिलनी चाहिए और जो लोग निर्दोष हैं उन्हें चिंता नहीं करनी चाहिए. वह जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं.
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