• img-fluid

    रोटी पर लगा भारी-भरकम टैक्स, भड़की जनता उतरी सड़कों पर, जानें कहां का है मामला

  • June 19, 2024


    नई दिल्‍ली. केन्‍या (kenya) में भारी जन विरोध को देखते हुए सरकार (Government) को मजबूरन कुछ विवादित करों (tax) को वापस लेने की घोषणा करनी पड़ी है. साल 2022 में राष्‍ट्रपति बनने के बाद विलियम रूटो (William Ruto) ने देश की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए कुछ अहम कर सुधार किए थे. इसके लिए कर अधिनियम 2023 पारित किया था. इस अधिनियम में ब्रेड (Bread) पर भी 16 फीसदी कर लगाने का प्रावधान किया गया था. इसके खाद्य तेलों, मोबाइल मनी सविर्स और गाड़ियों पर भी भारी-भरकम कर लगाने की बात कही गई थी. लेकिन, केन्‍या के लोगों को सरकार के ये कर सुधार बिल्‍कुल पसंद नहीं आए. सरकार के इन कदमों के खिलाफ लंबे समय से केन्‍या में हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे थे. इसी को देखते हुए सरकार ने अब प्रस्‍तावित कुछ करों को वापस लेने का ऐलान किया है.


    गौरतलब है कि केन्‍या पर भारी-भरकम कर्ज है. इस समय उस पर 80 बिलियन डॉलर का ऋण है. देश की अर्थव्‍यवस्‍था काफी खराब है. महंगाई बढ़ने से लोगों के लिए जीवन-यापन करना बहुत मुश्किल हो रहा है. देश की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए राष्‍ट्रपति विलियम रूटो की सरकार पर भारी दबाव है. अपनी आमदनी बढ़ाने को सरकार ने नये टैक्‍स लगाए. ये जनता को बिल्‍कुल पसंद नहीं और पिछले करीब एक साल से केन्‍या में सड़कों पर हर रोज पुलिस और लोगों के बीच झड़प हो रही थी.

    ब्रेड पर 16 फीसदी टैक्‍स
    विवादित कर अधिनियम 2023 के जिस प्रावधान पर सबसे ज्‍यादा हंगामा मचा है, वो है ब्रेड पर 16 फीसदी टैक्‍स लगाने का प्रस्‍ताव. लोगों का कहना है यह भारी-भरकम टैक्‍स लागू होते ही लोगों के भूखे मरने की नौबत आ जाएगी. केन्‍या में कॉस्‍ट ऑफ लिविंग पहले ही बहुत ज्‍यादा है. ऐसे में ब्रेड पर 16 फीसदी टैक्‍स लगाना सही नहीं है. इसके अलावा पेट्रोलियम पदार्थों पर भी टैक्‍स की दर को भी दोगुना करके 16 फीसदी कर दिया गया. खाद्य तेलों पर भी टैक्‍स में भारी इजाफा किया गया.

    ईको टैक्‍स के नाम पर प्‍लास्टिक पैकिंग मैटेरियल, प्‍लास्टिक और टायर पर भी टैक्‍स बढा दिया गया. इसके अलावा नैपकिन, सैनेटरी टॉवल और कंप्‍यूर और मोबाइल पर टैक्‍स दरों में बेतहाशा वृद्धि से जनता का गुस्‍सा फूट पड़ा. आम लोगों के साथ ही केन्‍या की विपक्षी पार्टियां भी सरकार के कर अधिनियम 2023 का विरोध कर रही हैं.

    मारे गए कई लोग
    लंबे समय से चल रहे विरोध प्रदर्शनों में अब तक कई लोग मारे गए हैं और बहुत से घायल हुए हैं. सबसे ज्‍यादा हिंसक झड़पें राजधानी नैरोबी में हुई. हाल ही में नैरोबी में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. करीब 200 लोगों को हिरासत में लिया गया.

    Share:

    भाजपा की हार से डरा संघ, अफजाल अंसारी ने 2027 में सपा सरकार बनने का किया दावा

    Wed Jun 19 , 2024
    गाजीपुर. गाजीपुर लोकसभा सीट (Ghazipur Lok Sabha Seat) से सपा (SP) के नवनिर्वाचित सांसद (MP) अफजाल अंसारी (Afzal Ansari) ने मंगलवार को आरएसएस (RSS) पर बड़ा हमला बोला. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अफजाल अंसारी ने कहा कि बीजेपी (BJP) की हार से आरएसएस डर गया है. यही वजह है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    शुक्रवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved