नई दिल्ली । चक्रवात बुरेवी (Burevi) कमजोर होकर निम्न दबाव के क्षेत्र में तब्दील होकर मन्नार की खाड़ी में चला गया है. हालांकि इसके कारण तमिलनाडु (Tamil Nadu) में 7 लोगों की मौत भी हुई है. वहीं भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार आज तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराइकल, केरल और लक्षद्वीप में भारी बारिश होने का अनुमान है. आईएमडी के मुताबिक इन राज्यों के कुछ इलाकों में तेज गरज के साथ बारिश हो सकती है.
देश के अधिकांश हिस्सों में ठंड ने जोर पकड़ लिया है. इसको देखते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में हल्के से भारी कोहरा छाए रहने का भी अनुमान मौसम विभाग ने लगाया है. इसके साथ ही ओडिशा, मिजोरम, त्रिपुरा, असम और मेघालय के भी कुछ हिस्सों में हल्के से लेकर घना कोहरा छाने के आसार हैं.
वहीं, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने चक्रवात ‘बुरेवी’ से प्रभावित जिलों में राहत व बचाव कार्य में समन्वय के लिये 11 मंत्रियों को तैनात किया है जो व्यक्तिगत रूप से जिलों की जिम्मेदारी संभालेंगे. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को भी युद्धस्तर पर काम करने को कहा है. उन्होंने चक्रवात के कारण मारे गए सात लोगों के परिवार को 10-10 लाख रुपये के मुआवजे का भी ऐलान किया.
पलानी स्वामी ने राज्य में लगातार हो रही बारिश के बीच स्थिति का जायजा लिया और कहा कि 75 झोपड़ियां और आठ अन्य घर पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं. उन्होंने कहा कि कुल 1725 झोपड़ियों और 410 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है. चक्रवात के दौरान 66 पेड़ और 27 बिजली के खंभे भी उखड़ गए.
उधर, मुंबई में इस मौसम का सबसे कम न्यूनतम तापमान शनिवार को 18.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है और इसके साथ ही प्रदेश के विभिन्न इलाकों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गयी है जिसे सर्दी की शुरूआत के तौर पर देखा जा सकता है. भारत मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि चक्रवातों एवं बंगाल की खाड़ी में गंभीर दबाब के क्षेत्रों के कारण प्रदेश में सर्दी आने में देरी हुई है.
अधिकारी ने बताया, ‘गंभीर दबाव के क्षेत्रों के कमजोर होने के साथ ही प्रदेश के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान में गिररावट दर्ज की गयी है. महाराष्ट्र में यह सर्दी के मौसम की शुरूआत हो सकती है.’ प्रदेश में रबी फसल के लिए सर्दी के मौसम की भूमिका रहती है. इन फसलों में ज्वार, गेहूं एवं हरा चना शामिल है. इसके अलावा आम के पेड़ों में फूल खिलने की भी शुरूआत होती है. एक कृषि विशेषज्ञ ने बताया कि आम के पेड़ों में अच्छे तरीके से फूल खिलने के लिये तापमान में गिरावट आवश्यक है.
इसके अलावा दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार को ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई और यहां हवा की गति धीमी होने की वजह से ‘स्थानीय जनित प्रदूषक तत्वों’ का जमाव हो रहा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने बताया कि सोमवार तक वायु गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है क्योंकि हवा की गति तेज हो सकती है. आईएमडी के पर्यावरण अनुसंधान केंद्र के प्रमुख वी के सोनी ने कहा कि हवा की गति धीमी है जो स्थानीय जनित प्रदूषक तत्वों के जमने में मददगार है.
हालांकि सोनी ने कहा कि हवा के रफ्तार पकड़ने की वजह से सोमवार तक वायु गुणवत्ता में सुधार होकर यह गंभीर से ‘खराब’ श्रेणी में पहुंच सकती है. मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हालांकि हवा की दिशा सोमवार तक उत्तर पश्चिम होने की वजह से न्यूनतम तापमान में और अधिक गिरावट दर्ज हो सकती है. पश्चिम और उत्तरपश्चिमी हवाएं बर्फीले हिमालय से मैदानी इलाकों में बहती है. आईएमडी ने बताया कि अगले दो दिनों में आंशिक से मध्यम कोहरा भी छाए रहने की संभावना है.
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