नई दिल्ली (New Delhi)। भारत (India) मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मॉनसून (Monsoon) को लेकर नई जानकारी दी है। आईएमडी का कहना है कि आने वाले दिनों में उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत (North-West and North-East India) में बहुत भारी वर्षा (Heavy rain) हो सकती है। इस दौरान उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के अलग-अलग इलाकों में बहुत भारी वर्षा की भी भविष्यवाणी की गई है।
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में पिछले कुछ दिनों से बारिश का दौर जारी है। प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में मानसून की बौछारें पड़ रही है। आज रविवार को भी भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर समेत 17 जिलों में तेज बारिश हो सकती है। इसके अलावा इंदौर और उज्जैन में भी आंधी के साथ बारिश होने के आसार है। इससे पहले शनिवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत 25 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई।
मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया कि प्रदेश में 3 साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव हैं। बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। वहीं, ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इस कारण पूरे प्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बना हुआ है। उत्तर और पूर्वी हिस्सों में इसका असर ज्यादा है। इससे पहले शनिवार को प्रदेश में मानसून की स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी देखने को मिली। भोपाल में तेज बारिश हुई। शाम तक 1 इंच से ज्यादा पानी गिर गया। बालाघाट के मलाजखंड और सिवनी में सवा इंच, उमरिया और खजुराहो में 1 इंच बारिश दर्ज की गई। मंडला, धार, नर्मदापुरम, पचमढ़ी, रतलाम और उज्जैन में भी बारिश हुई।
मौसम विभाग ने कहा कि वर्तमान में कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित है, जो उत्तरी ओडिशा-पश्चिम बंगाल तटों के करीब है। उत्तर प्रदेश के उत्तर-पश्चिम हिस्से से निम्न दबाव वाले क्षेत्र की एक प्रणाली बन गई है। आईएमडी ने कहा कि मौसम की इन प्रणालियों के कारण 4 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने का अनुमान है।
छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी क्षेत्र, झारखंड और ओडिशा में 30 जून को और बिहार में 30 जून से दो जुलाई तक भारी वर्षा होने की संभावना है। आईएमडी ने इस दौरान उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बहुत भारी वर्षा का भी अनुमान जताया है।
आईएमडी ने यह भी कहा कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून शनिवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में आगे बढ़ गया है। आईएमडी ने कहा कि अगले दो से तीन दिन में पश्चिमी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब के अधिकांश हिस्सों और पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और जम्मू के शेष इलाकों में मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।
मौसम पूर्वानुमान की बड़ी बातें
1. केरल और माहे, लक्षद्वीप, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, गुजरात और मध्य महाराष्ट्र में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है।
2. मराठवाड़ा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, तेलंगाना और कर्नाटक में छिटपुट वर्षा की संभावना है।
3. 30 जून से 1 जुलाई तक सौराष्ट्र और कच्छ, केरल और माहे, तमिलनाडु और तटीय कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की भविष्यवाणी की गई है।
4. उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में उत्तरी ओडिशा-गंगा के तटीय पश्चिम बंगाल तटों के पास एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। पूर्वोत्तर राजस्थान, बिहार के पास पूर्वी उत्तर प्रदेश और निचले क्षोभमंडल स्तर पर उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश में चक्रवाती परिसंचरण मौजूद है।
5. 30 जून से 3 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में भारी वर्षा की संभावना है। 2-3 जुलाई को पश्चिमी राजस्थान में भारी वर्षा की संभावना है।
6. छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा में 30 जून को भारी वर्षा होगी। बिहार में 30 जून से 2 जुलाई तक भारी वर्षा होगी।
7. अगले 4 दिनों में पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में गरज, बिजली और अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। 30 जून को अरुणाचल प्रदेश में अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है।
8. अगले दो से तीन दिनों में पश्चिमी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और जम्मू के शेष क्षेत्रों में मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।
दिल्ली में बारिश का पूर्वानुमान
रोहिणी, बुराड़ी और मध्य क्षेत्रों सहित दिल्ली के कुछ हिस्सों में शनिवार को भारी बारिश हुई। दिल्ली के मुख्य मौसम केंद्र सफदरजंग में 8.9 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि उसी दिन दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे के बीच लोधी रोड में 12.6 मिमी बारिश दर्ज की गई।
– 30 जून: आमतौर पर बादल छाए रहेंगे और तेज हवाएं (30-40 किमी प्रति घंटे) चलेंगी।
– 1 जुलाई: बादल छाए रहेंगे और मध्यम से भारी बारिश होगी।
– 2 जुलाई: सामान्यतः बादल छाए रहेंगे तथा मध्यम बारिश होगी।
– 3 जुलाई: सामान्यतः बादल छाए रहेंगे तथा हल्की से मध्यम बारिश होगी।
– 4 जुलाई: सामान्यतः बादल छाए रहेंगे तथा हल्की से मध्यम बारिश होगी।
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